कोविड-19 से निपटने के लिए पहला हफ्ता गोल्डन वीक, उपचार में मिलती है मदद
सीनियर कंसल्टेंट इंटर्नल मेडिसिन फोर्टिस डा. परविंदर चावला ने कहा कि मरीज के संक्रमित होने के बाद का पहला हफ्ता गोल्डन वीक है। जो वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है और साथ ही इस बीमारी का समय पर इलाज भी संभव बनाता है।
मोहाली, जेएनएन। कोविड का जल्द पता लगाने से इस महामारी से निपटने में सक्षम होने के लिए शुरुआती आइसोलेशन (अलग थलग होना) और शुरुआती उपचार में मदद मिल सकती है। सीनियर कंसल्टेंट, इंटर्नल मेडिसिन फोर्टिस डा. परविंदर चावला ने कहा कि मरीज के संक्रमित होने के बाद का पहला हफ्ता गोल्डन वीक है। जो वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है और साथ ही इस बीमारी का समय पर इलाज भी संभव बनाता है।
डा. चावला ने कहा कि करीब 250 कोविड मरीजों के पाजिटिव होने के पता लगने की औसत अवधि चार दिन है। डा. चावला ने कहा कि एक शुरुआत डायग्नोसिस न केवल शुरुआती अलगाव में मदद करता है, बल्कि इसके प्रसार पर भी अंकुश लगता है। इसके साथ ही प्रारंभिक उपचार में भी मदद मिलती है। हालांकि कोविड के लिए उपलब्ध उपचार के तौर-तरीकों को लेकर कई विवाद रहे हैं, लेकिन कुछ अध्ययनों ने प्रारंभिक एंटीवायरल थैरेपी की ओर संकेत किया है जो इसके लक्षणों की अवधि को कम करने में मदद करती हैं।
हालांकि इस समय इस बात की पुष्टि या खंडन करने के लिए अधिक डेटा की आवश्यकता होती है, लेकिन यह निश्चित रूप से एक आशाजनक दृष्टिकोण है। चावला ने कहा कि कोविड के लक्षण शुरू होने के पहले सप्ताह को गोल्डन वीक के रूप में लेने की आवश्यकता है।