फिल्म अभिनेता सोनू सूद की चुनाव आयोग के स्टेट आइकन की नियुक्ति रद, जानें क्या है वजह
फिल्म अभिनेता से समाजसेवी के रूप में उभरे सोनू सूद की चुनाव आयोग की स्टेट आइकन की नियुक्ति रद हो गई है। दरअसल सोनू सूद की बहन मालविका मोगा से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं इसलिए उनकी नियुक्ति रद हुई है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। फिल्म कलाकार और समाज सेवी के रूप में उभरे सोनू सूद अब चुनाव आयोग के स्टेट आइकन नहीं रहेंगे। आयोग ने उनकी इस नियुक्ति को रद कर दिया है। सोनू सूद की बहन मालविका सूद मोगा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। हालांकि अभी यह तय नहीं हो पाया है कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेगी, लेकिन मालविका ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं और सोनू सूद भी इन गतिविधियों में हिस्सा ले रहे है।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डा. एस करुणा राजू ने स्पष्ट किया कि भारत चुनाव आयोग द्वारा सोनू सूद को स्टेट आइकन पंजाब के तौर पर की गई नियुक्ति को चार जनवरी को वापस ले लिया गया है। आयोग ने चुनाव में वोट डालने को प्रोत्साहित करने के लिए सोनू सूद को स्टेट आइकन बनाया था। चुनाव आयोग कभी भी पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा कर सकता है और मालविका सूद के किसी पार्टी से जुड़ने से पहले ही आयोग ने सोनू सूद से स्टेट आइकन का दर्जा वापस ले लिया है, ताकि राजनीतिक पार्टी इसे मुद्दा न बना सके।
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बता दें, सोनू सूद कोविड काल में समाजसेवी के रूप में उभरे। सोनू सूद ने लाकडाउन के दौरान कई लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया और उन्हें राशन भी भिजवाई। इसके बाद सोनू ने कई और समाजसेवी कार्य किए। हाल ही में सोनू सूद ने कहा कि उनकी बहन पंजाब के मोगा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। बहन के चुनाव को लेकर सोनू सूद खुद खूब सक्रिय हैं। हालांकि अभी उन्होंने यह पत्ता नहीं खोला है कि बहन मालविका किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी। पिछले दिनों सोनू सूद ने मोगा में दिव्यांगों को साइकिल बांटी। इस दौरान भी उन्होंने बहन के चुनाव लड़ने की बात कही थी। ऐसे में चुनाव आयोग ने उन्हें स्टेट आइकन के पद से हटा दिया है।