पंजाब में किसान फिर रेल ट्रैक पर , Railway ने मालगाडियां भी रोकीं, 29 तक नही चलेगी कोई ट्रेन
पंजाब में किसान सोमवार को एक बार फिर रेल ट्रैक पर उतर आए। इसके बाद रेलवे ने पंजाब में मालगाडि़यों का आवागमन भी राेकने का ऐलान कर दिया। रेलवे ने अभी 29 अक्टूबर तक मालगाडि़यों काे नहीं चलाने का फैसला किया है।
चंडीगढ़/जालंधर, जेएनएन। पंजाब में घोषणा के विपरीत किसान कई जगह रेलवे ट्रैक पर उतर आए। इस कारण कई मालगाडि़याें को रोकना पड़ा। इसके बाद रेलवे ने पंजाब में फिलहाल मालगाडि़यां नहीं चलाने का फैसला किया। फिरोजपुर रेलवे मंडल ने पंजाब में 29 अक्टूबर तक मालगाडि़यों के परिचालन पर रोक लगा दी है। यात्री ट्रेनें तो 24 सितंबर से ही बंद हैं। इस फैसले से उद्योगों पर संकट के बादल छा गए हैं।
लुधियाना में होजरी व मशीनरी के सैकड़ों कंटेनर फंस गए हैं। जालंधर के सूरानुस्सी में चावल लेकर जा रहे कंटेनर और पानीपत से पेट्रोल लाने जा रहे खाली टैंकर भी रोक दिए गए। इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात करके उनसे निजी दखल की मांग की है। कैप्टन ने कहा कि इस फैसले से किसान और भड़क जाएंगे। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी मीडिया में कहा कि इससे आर्थिक संकट बढ़ेगा। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान का कहना है कि प्रधानमंत्री पंजाब से बदलाखोरी पर उतर आए हैं।
मालगाडि़यां न चलने से लुधियाना व जालंधर में सैकड़ों कंटेनर फंसे
फिराेजपुर मंडल के रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने कहा कि 21 अक्टूबर को किसानों ने मालगाडि़यों के लिए रेल लाइनें खोलने का एलान किया था। फिरोजपुर व अंबाला रेल मंडल ने तत्काल 173 मालगाडि़यां चला दीं, लेकिन किसानों ने फिर इन्हें रोक दिया। फरीदकोट जिले के रोमाना अलबेल ¨सह में किसानों ने एक खाली रैक को रोका, जिसे वापस लाना पड़ा। हमने 24 व 25 अक्टूबर तक मालगाडि़यां न चलाने का निर्णय लिया था। अब इसे 29 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।
होजरी कारोबार का पीक सीजन, उद्योगों को होगा भारी नुकसान
गौरतलब है कि लुधियाना से रोज करीब 20 मालगाडि़यां माल लेकर विभिन्न पोर्ट्स के लिए रवाना होती हैं। इनमें होजरी, टेक्सटाइल, इंजीनिय¨रग, हैंडटूल व मशीनरी के कंटेनर लोड होते हैं। लुधियाना के निटवियर क्लब के अध्यक्ष दर्शन डावर के मुताबिक पीक सीजन में अगर लंबी दूरी की ट्रेनें शुरू न हुई, तो होजरी के लिए यह साल का सबसे बड़ा झटका होगा। होजरी इंडस्ट्री ने बड़ी मात्रा में गर्म कपड़ों का निर्माण किया है।
ओनल होजरी के एमडी सुदर्शन जैन के मुताबिक माल समय पर पहुंचाने के लिए रेलवे सबसे अहम जरिया है। यह डिस्पै¨चग का समय है। हम पहले ही काम में देरी से परेशान हैं। अब उत्पादों को स्टाक करना पड़ेगा। इससे इस साल की सेल गिरेगी व अगले साल की प्रोडक्शन प्रभावित होगी।
रेलवे ने इसलिए रोकी मालगाडि़यां
भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने बठिंडा के तलवंडी साबो व पटियाला के राजपुरा थर्मल प्लांटों के लिए कोयले की आपूर्ति बाधित कर दी। मोगा स्थित एक बड़ी कंपनी के साइलोज से गेहूं भरने गई मालगाड़ी भी रोक दी। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के वरिष्ठ उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठूके ने कहा कि किसान ट्रैक से इसलिए हटे थे कि सरकार कोयले व खाद का प्रबंध कर ले। कारपोरेट घरानों के माल के लिए ट्रैक नहीं खोले गए थे।
कोयले की कमी से संकट, पावरकाम खरीदेगा 700 मेगावाट बिजली
राजपुरा व तलवंडी साबो स्थित निजी क्षेत्र के थर्मल प्लांटों में एक दिन से भी कम का कोयला बचा है। बुधवार से यहां बिजली उत्पादन बंद हो सकता है। तरनतारन के गोइंदवाल साहिब प्लांट में भी ढाई दिन का ही कोयला बाकी है। रूपनगर व बठिंडा के लहरा मोहब्बत स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के थर्मल प्लांट में पिछले कुछ दिन से बिजली उत्पादन बंद है। पावरकाम ने अब 700 मेगावाट बिजली खरीदने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। पंजाब में इस समय 5456 मेगावाट बिजली की मांग है, जिसमें 700 मेगावाट की कमी है।