फर्जी डीएसपी पहुंचा टोल प्लाजा, कहा- मैं खुफिया विभाग से हूं रिकॉर्ड चेक करवाओ
स्थानीय सिसवां मार्ग पर गांव बड़ौदी के निकट स्थित रोहन एंड राजदीप कंपनी के टोल प्लाजा पर करीब एक महीना पहले वर्दीधारी पुलिस कर्मचारी के साथ पहुंचे खुद को डीएसपी बता टोल प्लाजा का रिकॉर्ड खंगालने वाले व्यक्ति को टोल मैनेजर की शिकायत के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
संवाद सहयोगी, कुराली : स्थानीय सिसवां मार्ग पर गांव बड़ौदी के निकट स्थित रोहन एंड राजदीप कंपनी के टोल प्लाजा पर करीब एक महीना पहले वर्दीधारी पुलिस कर्मचारी के साथ पहुंचे खुद को डीएसपी बता टोल प्लाजा का रिकॉर्ड खंगालने वाले व्यक्ति को टोल मैनेजर की शिकायत के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
थाना सदर प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि सात अगस्त को उक्त टोल प्लाजा पर एक सरदार व्यक्ति वर्दीधारी पुलिस कर्मचारी के साथ हथियार सहित पहुंचा था और उसने खुद को खुफिया विभाग के डीएसपी बताया था। उसने अपना आइडेंटिटी कार्ड भी दिखाया और कहा कि उसके पास टोल व दफ्तर से संबंधित रिकॉर्ड सहित सीसीटीवी की फुटेज चेक करने की परमिशन है। इसके बाद टोल प्लाजा स्टाफ ने उक्त व्यक्ति को रिकॉर्ड जांचने की इजाजत दे दी। शक होने पर अपने स्तर पर की पड़ताल थाना प्रभारी योगेश कुमार के अनुसार उक्त व्यक्ति के जाने के बाद टोल प्लाजा मैनेजर एचएस मिन्हास को व्यक्ति पर शक हुआ तो उन्होंने अपने स्तर पर जांच की। जांच में सामने आया कि उक्त व्यक्ति कोई डीएसपी नहीं था। पड़ताल में पता चला कि उक्त नकली डीएसपी जसवंत सिंह खालसा एवेन्यू अमृतसर का रहने वाला है। एक महीने बाद दर्ज करवाया मामला थाना सदर प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि नकली डीएसपी जसवंत सिंह के खिलाफ बीती छह सितंबर को टोल प्लाजा मैनेजर ने थाने में शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने उक्त आरोपित के खिलाफ धारा 419, 420, 465, 468, 471, 120(बी) आइपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था। कुराली बस स्टैंड से किया गिरफ्तार थाना प्रभारी योगेश कुमार ने बताया कि आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद जसवंत सिंह को ट्रेस करते हुए रविवार को पुलिस ने उसे कुराली बस स्टैंड से गिरफ्तार कर किया था। अदालत में पेश करने के बाद पुलिस ने आरोपित का दो दिन का रिमांड हासिल किया है। थाना प्रभारी ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपित से उसके पुलिस वर्दीधारी साथी, टोल प्लाजा का रिकॉर्ड व सीसीटीवी फुटेज देखने के पीछे वजह और वह टोल प्लाजा से संबंधित क्या रिकॉर्ड अपने साथ ले गया था, को लेकर पूछताछ की जा रही है।