अब तीसरी लहर रोकने की जिम्मेदारी खुद की
कोरोना वायरस का प्रभाव शहर में अब काफी कम हो गया है। प्रशासन छूट का दायरा लगातार बढ़ा रहा है। अब तो इतनी छूट हो गई है जैसे शहर में सब कुछ ही खुल गया है। हालात कोरोना से पहले जैसे हो गए हैं।
जासं, चंडीगढ़ : कोरोना वायरस का प्रभाव शहर में अब काफी कम हो गया है। प्रशासन छूट का दायरा लगातार बढ़ा रहा है। अब तो इतनी छूट हो गई है जैसे शहर में सब कुछ ही खुल गया है। हालात कोरोना से पहले जैसे हो गए हैं। लोगों का व्यवहार ऐसा ही बयां कर रहा है। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि मार्च में दूसरी लहर ने भी इसी छूट का फायदा सबसे पहले उठाते हुए रफ्तार पकड़ी थी। यह छूट तीसरी लहर का कारण भी बन सकती है। इसलिए लोगों को चाहिए कि वह छूट का आनंद लें लेकिन तीसरी लहर को रोकने की जिम्मेदारी भी कहीं न कहीं उनकी ही है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर व्यव्हार करें। मास्क इस संक्रमण से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार रहा है। दूसरी कोरोना की वैक्सीनेशन। जो भी योग्य हैं उन्हें तुरंत इसे लगवाना चाहिए। खुद को जिम्मेदार नहीं बनाया तो दूसरों के लिए भी मुश्किल बढ़ जाएगी। प्रशासन ऐसी अपील लोगों से लगातार कर रहा है। शहर में सब कुछ अनलॉक
सभी तरह के शिक्षण संस्थान, सिनेमा, मल्टीप्लेक्स, बार, डिस्क, क्लब, जिम, सैलून और स्पा को खोला जा चुका है। कॉमर्शियल एक्टिविटी को मंजूरी दी जा चुकी है। एग्जीबिशन और शो अब हो सकते हैं। रॉक गार्डन और म्यूजियम जैसे टूरिस्ट प्लेस खुल चुके हैं। शादियों में भी अब गेस्ट संख्या बढ़ा दी गई है। शर्त रखी गई है कि इन जगहों पर योग्य स्टाफ, मेंबर्स और कस्टमर को कम से कम एक कोविड वैक्सीन की डोज लगी होनी चाहिए। वीकेंड पर न बनें सुखना पर भीड़ का हिस्सा
सुखना लेक और पब्लिक प्लेस पर बढ़ रही भीड़ चिता का सबसे बड़ा कारण है। संक्रमण से बचना है तो सुखना की भीड़ का हिस्सा न बनें। खासकर वीकेंड पर जाने से बचें। प्रशासक बदनौर ने पुलिस को सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। ऐसे स्थानों पर मास्क नहीं पहनने और कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटे। सख्त से सख्त कार्रवाई ऐसे लोगों पर की जाए।