नोटबंदी के बाद भी बैंकों पर ग्राहकों का भरोसा, एसबीआइ का बेहतर सर्विस पर फोकस
जब इसका लाभ सबसे जरूरतमंद को आसानी से मिल सकेगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : देश में बैंकिग सिस्टम तभी सफल माना जाएगा, जब इसका लाभ सबसे जरूरतमंद को आसानी से मिल सकेगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) अपनी योजनाओं पर काम कर रहा है। लोगों को लोन लेने में कम से कम परेशानी हो, इसके लिए डिजिटल सिस्टम को सरल बनाया जा रहा है। भविष्य में एसबीआइ ऐसी सुविधाओं को अधिकतर उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए दृढ़ संकल्प है। यह विचार एसबीआइ चेयरमैन रजनीश कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-17 स्थित एसबीआइ हेड ऑफिस में रखे। वे मोहाली में एसबीआइ की नई बिल्डिंग के उद्घाटन मौके पर पहुंचे थे। चेयमरैन रजनीश कुमार ने बैंकिग सिस्टम में सुधार और चुनौतियों को लेकर विस्तार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि लोन पास करने के सिस्टम को बहुत ही सुलभ बनाया जा रहा है। पांच करोड़ तक के लोन का प्रोसेस अब काफी आसान हो गया है। लोगों की सेविग पर इंटरेस्ट रेट (ब्याज दर) कम होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका सीधा संबंध महंगाई से है और यह सिर्फ भारत ही नहीं ग्लोबल समस्या है। देश की इकोनॉमी में गिरावट के सवाल पर रजनीश कुमार ने कहा कि अगले दो तीन महीने बाद सकारात्मक संकेत की उम्मीद हैं। सालभर में एसबीआइ देशभर में 600 नए ब्रांच शुरू करने जा रहा है जिसमें चंडीगढ़ रीजन के अधीन तीन यूटी और तीन राज्यों में 53 नई ब्रांच शामिल हैं। बैंकों में पैसे का डिपॉजिट बढ़ा
2016 नोटबंदी के बाद लोगों में बैंकों में कम डिपॉजिट को लेकर पूछे सवाल पर रजनीश कुमार ने कहा कि नोटबंदी के बाद तो बैंकों में पैसे का डिपॉजिट बढ़ा है। लोगों का मुंबई जैसे कुछ कोऑपरेटिव बैंकों को छोड़ भरोसा पूरी तरह कायम है। बैंकों में कर्मचारियों द्वारा ही घोटालों के बढ़ते मामलों पर रजनीश कुमार ने कहा कि ऐसे मामलों संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जा रही है। योनो कैश सिस्टम से रुकेगी बैंकिग में धोखाधड़ी
बैंकिंग सिस्टम में डिजिटलाइजेशन के बाद लगातार ग्राहकों के साथ बढ़ रही चिटिग को रोकने के सवाल पर एसबीआइ चेयरमैन ने कहा कि सिक्योरिटी सिस्टम को फुलप्रूफ बनाने की पूरी कोशिश है। ग्राहकों से धोखाधड़ी के अधिकतर मामलों में खुद की लापरवाही सामने आते हैं। फिर भी एसबीआइ द्वारा मोबाइल बैंकिग सिस्टम योनो कैश के आने से इसपर काफी हद तक रोक लग सकेगी। एटीएम धोखाधड़ी के मामलों के कारण ही दो करोड़ के करीब ग्राहकों के कार्ड बदले गए हैं। उन्होंने बताया कि पटियाला में डिजिटल एंडग्रीन इंडिया अभियान के तहत गज्जूमाजरा गांव को सौ फीसद डिजिटलाइज और प्लास्टिक फ्री गांव के लिए एसबीआइ द्वारा चुना गया है। एसबीआइ युवाओं को रोजगार के लिए कर रहा तैयार
एसबीआइ चेयरमैन ने बताया कि यूथ को रोजगार दिलाने के लिए खास योजना तैयार की गई है जिसके तहत नॉर्थ रीजन के 737 युवाओं का चयन किया गया है। एसबीआइ इन्हें एक साल की ट्रेनिग देगा, युवाओं को बैंकिग सिस्टम से पूरी तरह रूबरू करवाया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत चंडीगढ़ रीजन में इस स्कीम को लागू किया गया है। स्कीम सफल रही तो इसे पूरे भारत में लागू किया जाएगा। ट्रेनिग के बाद एसबीआइ युवाओं को सर्टिफिकेट भी जारी करेगा।