थर्मल स्क्रीनिंग से पहले पेरासिटामोल व एसी की मदद से हो रही शहर में एंट्री
टेंपरेचर के लक्षण को छिपाने के लिए ऐसे लोग पेरासिटामोल की गोली खा रहे हैं। कुछ लोग थर्मल स्क्रीनिंग से पहले एसी में बैठ रहे हैं।
चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। ट्राईसिटी में अब जो भी नए केस आ रहे हैं, उनकी ट्रैवल हिस्ट्री मिलती है। कुछ इलाज के लिए तो कुछ दूसरे कामों के लिए ट्राईसिटी पहुंच रहे हैं। काफी केस ऐसे मिले हैं, जिनमें एंट्री के वक्त लक्षण नहीं थे। लेकिन अचानक उनमें लक्षण सामने आने पर रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इसके पीछे एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि टेंपरेचर के लक्षण को छिपाने के लिए ऐसे लोग पेरासिटामोल की गोली खा रहे हैं। कुछ लोग थर्मल स्क्रीनिंग से पहले एसी में बैठ रहे हैं। थर्मल स्क्रीनिंग में टेंपरेचर नॉर्मल मिलने पर उन्हें एंट्री मिल जाती है। लेकिन यह गोली और एसी का फंडा ट्राईसिटी को खतरनाक दौर में ले आया है।
रेलवे स्टेशन और रोड से आने वाले कई लोग भी इसी फॉर्मूले का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्क्रीनिंग एरिया को पार करने से पहले ही इस तरह की तैयारी कर स्क्रीन कराया जाता है। प्रशासन को सूचना न देकर एसी में बैठने की सलाह अनलॉक वन में इक्का-दुक्का चीजों को छोड़ सब खुल चुका है। किसी भी वर्क प्लेस पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है। जिस उद्देश्य से इसे करने के आदेश हैं, उसमें खानापूर्ति हो रही है।
इंडस्ट्रियल एरिया स्थित गोदरेज बिल्डिंग के बाहर ऐसा ही चौंकाने वाली बात सामने आई। इस बिल्डिंग में उबर ऑफिस चलता है। ऑफिस स्टाफ गेट पर ही बैठ रहा है। सोमवार दोपहर दो बजे गेट के बाहर 10 लोग अपने काम के लिए लाइन में लगे थे। लाइन में लगे पहले दो व्यक्तियों का टेंपरेचर थर्मल स्क्रीनिंग में तय सीमा से अधिक मिला। इस पर इंप्लाई ने सलाह दी कि धूप में आए हैं। टेंपरेचर ज्यादा आ रहा है। थोड़ी देर एसी में बैठकर आइए। कर्मचारी की यह बात सुनकर लाइन में पीछे लगे लोग भी चौंक गए। पंचकूला मनसा देवी कांप्लेक्स स्थित एक नामी प्राइवेट अस्पताल में भी ऐसा ही देखने में आया। यहां भी सिक्योरिटी गार्ड टेंपरेचर अधिक मिलने वाले लोगों को कुछ समय के लिए वेटिंग रूम में भेज रहा था।