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प्रशासनिक टीम ने की काउंसिल की सिसवां रोड पर जमीन की पैमाइश

स्थानीय सिसवां मार्ग पर चावला रेस्टोरेंट के सामने सड़क के दूसरी ओर काउंसिल की जमीन की पैमाइश करने के लिए बुधवार को तहसीलदार खरड़ पुनीत बंसल की अगुआई में प्रशासनिक टीम पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 08:35 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 06:09 AM (IST)
प्रशासनिक टीम ने की काउंसिल की सिसवां रोड पर जमीन की पैमाइश
प्रशासनिक टीम ने की काउंसिल की सिसवां रोड पर जमीन की पैमाइश

संवाद सहयोगी, कुराली : स्थानीय सिसवां मार्ग पर चावला रेस्टोरेंट के सामने सड़क के दूसरी ओर काउंसिल की जमीन की पैमाइश करने के लिए बुधवार को तहसीलदार खरड़ पुनीत बंसल की अगुआई में प्रशासनिक टीम पहुंची। जमीन की पैमाइश के दौरान थाना सिटी प्रभारी कुलवंत सिंह की अगुआई में महिला पुलिस सहित करीब 30 जवान भी तैनात रहे।

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गौरतलब है कि सिसवां मार्ग पर चावला रेस्टोरेंट के सामने के एरिया में काउंसिल की जमीन है जिसकी निशानदेही के लिए बीती 24 जनवरी को काउंसिल की टीम पटवारी और कानूनगो के साथ पहुंची थी, तभी वहां निजी कॉलोनाइजर के कारिदों ने टीम के साथ बदसलूकी की थी, जिसके बाद टीम को वहां से बैरंग लौटना पड़ा था। काउंसिल द्वारा इस संबंधी प्रशासन को सूचित करते हुए प्रशासन की टीम को जमीन की निशानदेही के लिए भेजने और पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की गई थी।

जमीन की पैमाइश के लिए बुधवार को तहसीलदार खरड़ पुनीत बंसल, कानूनगो स्वर्ण सिंह, पटवारी गुरिदर सिंह (चनालों) की अगुआई में प्रशासनिक टीम और काउंसिल के कार्यकारी अधिकारी विरेंदर जैन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान कानूनगो एवं पटवारी के काउंसिल की जमीन की पैमाइश कर विभिन्न स्थानों पर निशानदेही की। निशानदेही की रिपोर्ट से स्पष्ट होगी स्थिति

तहसीलदार पुनीत बंसल ने बताया कि काउंसिल द्वारा प्रशासन को सिसवां मार्ग पर अपनी जमीन की निशानदेही करवाने के लिए लैटर भेजा गया था। वीरवार को पैमाइश की रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि काउंसिल की जमीन पर नाजायज कब्जा है या नहीं। वहीं, ईओ वरिदर जैन ने बताया कि रिपोर्ट आने के यदि काउंसिल की जमीन पर कोई नाजायज कब्जा सामने आया तो उसके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। नाजायज तंग करने के लगाए आरोप

सिसवां मार्ग पर निशानदेही करने पहुंची प्रशासनिक टीम को लेकर डब्ल्यूडब्ल्यूआइसीएस एस्टेट के जनरल मैनेजर राजीव बजाज ने उन्हें बेवजह तंग परेशान करने के आरोप लगाए। उनका कहना था कि जिस जमीन की पैमाइश करने के लिए काउंसिल ने एप्लीकेशन प्रशासन को दी है उसी जमीन की निशानदेही के लिए उन्होंने भी कानूनगो को अर्जी दी थी पर कानूनगो ने उनकी अर्जी को मुश्तर्का खाता बताते हुए वापस कर दिया। उनका कहना था कि मुश्तर्का खाता तो होगा ही क्योंकि उनकी कंपनी ने यह जमीन विभिन्न लोगों से खरीदी है। प्रशासन ने उन्हें निशानदेही करवाने की कोई जानकारी नहीं दी और यह सारी कार्रवाई जबरदस्ती की है। बजाज के मुताबिक वह इस जमीन की निशानदेही खुद दोबारा करवाएंगे।


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