कर्मचारियों का मोहाली में प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्लाबोल, रैली निकाल बोले- कांग्रेसी उम्मीदवारों को न डालें वोट
मोहाली में शुक्रवार को जिले के कर्मचारियों का गुस्सा प्रदेश सरकार के खिलाफ फुटा। कर्मचारियों ने रोष रैली निकाल लोगों से निकाय चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवारों को वोट न देने की अपील की। कर्मचारी फ्रंट का आरोप है कि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है।
मोहाली [रोहित कुमार]। मोहाली में पंजाब सरकार के खिलाफ शुक्रवार को कर्मचारियों ने रोष रैली निकाली। रैली निकाल कर्मचारियों ने पंजाब की सत्ताधारी कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए रोष जताया। मोहाली की सड़कों पर कर्मचारियों की रोष रैली के कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई।
सांझा मुलाजम फ्रंट पंजाब यूटी ने रोष रैली के दौरान कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने कर्मचारियों से कई वादे किए थे। लेकिन सरकार ने वादों को पूरा न करके वादाखिलाफी की है। 14 फरवरी सूबे में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में कर्मचारियों की ओर से सरकार को इस वादाखिलाफी का जवाब दिया जाएगा।
बता दें कि शुक्रवार को जिला प्रशासन की ओर से चुनाव के मद्देनजर किसी तरह के रोड शो व बड़ी रैली निकाले पर रोक लगा दी थी। बावजूद इसके कर्मचारियों की मार्केट्स में दुकानों में जाकर पर्चे बांटे और सड़कों पर लोगों को रोक कर कहा कि वे निकाय चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को वोट न दें।
फ्रंट के संयोजक सज्जन सिंह के अलावा सुखपाल खेहरा, सुखदीप सिंह, रजनीश, लखविंदर सिंह ने आदि ने कहा कि सरकार ने न तो नया पे स्केल लागू किया और न ही ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों को पक्का किया। यही नहीं कर्मचारियों के बकाए का भी भुगतान आज तक नहीं किया गया। हर बार चुनाव से पहले सरकार कहती है कि कर्मचारियों के सभी वादों को जल्द पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं किया जाता। इस बार स्थानीय निकाय चुनाव में सत्ताधारी पार्टी का खुलकर विरोध किया जाएगा। इसको लेकर पूरे राज्य में कर्मचारियों की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। कर्मचारियों ने फिर दोहराया कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे नहीं तो आगामी विधानसभा चुनाव में नतीजे भुगतने का तैयार रहें।