मोहाली में कर्मचारी संगठनों ने छठे वेतन आयोग के खिलाफ किया प्रदर्शन, प्रशासनिक कांप्लेक्स में अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन
मोहाली में मेडिकल प्रेक्टिशनर्स एसोसिएशन की ओर से अपनी मांगों को लेकर मोहाली प्रशासनिक कांप्लेक्स में अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द कर्मचारियों की मांगों को पूरा करे नहीं तो संघर्ष और तेज किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली में मंगलवार को अलग अलग कर्मचारी संगठनों की ओर से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया। मेडिकल प्रेक्टिशनर्स एसोसिएशन की ओर से अपनी मांगों को लेकर मोहाली प्रशासनिक कांप्लेक्स में अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। उधर, कांउसिल आफ डिप्लोमा इंजीनियर्स पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ (यूटी) हरियाणा तथा जम्मू कश्मीर द्वारा छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट वित्त विभाग पंजाब की 5 जुलाई 2021 को जारी हुई नोटीफिकेशन खिलाफ प्रदर्शन किया। काउंसिल के नेताओं में चेयरमैन मनजिंदर सिंह मत्तेनंगल, सेक्रेटरी जर्नल सुखविंदर सिंह बांगोबानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलप्रीत सिंह लोहट ने बताया कि सरकार ने कर्मचारियों के साथ धोखा किया है।
सरकार जल्द से जल्द कर्मचारियों की मांगों को पूरा करे नहीं तो संघर्ष ओर तेज किया जाएगा। ध्यान रहे कि मोहाली के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को लेकर ओपीडी बंद कर रख रखी है। डॉक्टरों की ओर से 23 जुलाई तक ओपीडी बंद रखने का फैसला लिया गया है। इस के बाद डॉक्टरों की ओर से फैसला लिया जाएगा कि ओपीडी अनिश्चितकाल के लिए कब तक बंद रखनी है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के बाहर स्थायी नौकरी मांग कर रहे शिक्षकों ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
शिक्षकों को आश्चासन दिया गया है कि बुधवार को उनकी मांगों को लेकर कोई न कोई फैसला जरूर होगा। ध्यान रहे कि करीब तेरह हजार शिक्षक पिछले एक महीने से स्थायी नौकरी की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। सात से ज्यादा टीचर्स पेट्रोल की बोतलें लेकर पीएसइबी के छत पर बैठे है। उक्त शिक्षकों का कहना है कि जब तक मांगों को पूरा नहीं किया जाता प्रदर्शन जारी रहेगा। कई अन्य कर्मचारी संगठनों की ओर से भी जगह-जगह पर प्रदर्शन किए गए।