यौन उत्पीड़न मामले में सौंपी गई रिपोर्ट अधूरी, अब दोबारा जांच करेगा शिक्षा विभाग Chandigarh News
मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रिंसिपल दर्शनजीत सिंह ने जांच को स्कूल की सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी को सौंप दिया था। लेकिन अब इस मामले की भी फिर से जांच होगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल-46 में 18 दिसंबर 2019 को यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था। स्कूल में कार्यरत मिड डे मील वर्कर ने मिड-डे मील इंचार्ज पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाए थे। इस मामले को एक माह होने को आ रहा है, लेकिन अभी तक जांच ही चल रही है। इससे पहले मामले के सामने आने के बाद स्कूल प्रिंसिपल दर्शनजीत सिंह ने जांच को स्कूल की सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी को सौंप दिया था। लेकिन अब इस मामले की भी पुनर्जांच होगी और वह शिक्षा विभाग करेगा। ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि अगर स्कूल की सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी ने इस मामले में जांच की थी तो फिर शिक्षा विभाग दोबारा जांच क्यों कर रहा है।
रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं शिक्षा विभाग
स्कूल सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट से शिक्षा विभाग संतुष्ट नहीं है। इसका कारण यह है कि शिक्षा विभाग का मानना है कि रिपोर्ट आधी अधूरी सौंपी गई है। इसमें कोई तथ्य नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में जब शिक्षा विभाग ही जांच पर सवाल उठा रहा है तो फिर स्कूल की सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी सिर्फ खानापूर्ति के लिए बनाई गई है।
शिक्षा विभाग ने गठित की टीम
इस मामले में जांच करने के लिए शिक्षा विभाग के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर के ऑफिस से टीम का गठन किया गया है। जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा गठित कमेटी सदस्य स्कूल में जाकर स्कूल लेवल पर की गई जांच की पुनर्जांच करेंगे। इस मामले में अब विभाग द्वारा गठित कमेटी सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए शुरू से जांच करेगी।
मात्र एक दिन में की थी जांच पूरी
जीएमएसएसएस-46 के प्रिंसिपल ने सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी को जांच उसी दिन जांच सौंप दी थी, जिस दिन यह मामला सामने आया था। उसके अगले दिन ही सेक्सुअल हैरासमेंट कमेटी ने अपनी जांच को पूरी कर रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंप दी थी। उस समय भी कमेटी पर वाल खड़े हुए थे कि एक दिन में जांच कैसे पूरी हो सकती है और रिपोर्ट सबमिट हो सकती है। इसके बाद जिला शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर यौन उत्पीडऩ कमेटी का गठन किया।
मामले की जो रिपोर्ट हमें सौंपी गई थी, उसमें बहुत सी खामियां पाई गई। वह रिपोर्ट आधी अधूरी ही सौंप दी गई थी। उसके बाद हमारी ओर से इस पर पुन: जांच कमेटी गठित की गई। इस जांच को नए सिरे से शुरू किया जाएगा। स्कूल में छुट्टियों के कारण यह जांच प्रभावित हो रही है। लेकिन जैसे ही स्कूल ओपन होते है इस मामले की जांच दोबारा शुरू हो जाएगी।
-अल्का मेहता, डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर।
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