स्कूलों में सुरक्षा को लेकर सख्त हुआ शिक्षा विभाग, मांगी रिपोर्ट
शहर के सरकारी स्कूलों में सुरक्षा को लेकर कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं है। इस मुद्दे को दैनिक जागरण ने भी उठाया था।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
शहर के सरकारी स्कूलों में सुरक्षा को लेकर कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं है। इस मुद्दे को दैनिक जागरण ने भी उठाया था। इसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और स्कूलों में सुरक्षा को लेकर आदेश जारी किए हैं। शहर के 115 सरकारी स्कूलों में ज्यादातर स्कूल ऐसे हैं जहां पर सुरक्षा के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। ऐसे में स्कूलों में स्टूडेंट्स न तो स्कूल के अंदर सुरक्षित हैं और न ही बाहर से आने वालों पर कोई अंकुश लगता है। सुरक्षा पुख्ता न होने की वजह से स्कूलों में मारपीट की घटनाएं भी हो रही हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने शहर के सरकारी स्कूलों में सुरक्षा इंतजाम दुरुस्त करने का मन बनाया है। स्कूलों से मांगी सीसीटीवी कैमरों की जानकारी
सूत्रों के मुताबिक जिला शिक्षा अधिकारी ऑफिस से सभी स्कूलों को एक मेल और नोटिफिकेशन जारी किया गया है। नोटिफिकेशन के द्वारा सभी स्कूलों के प्रिसिपल और हेड से स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे की पूरी जानकारी देने का जिक्र किया है। गुरुग्राम के स्कूल में हुए हादसे के बाद एमएचआरडी ने दिया था सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश करीब डेढ़ साल पहले गुरुग्राम में एक प्राइवेट स्कूल में स्टूडेंट के साथ हुए दुष्कर्म की घटना के बाद एमएचआरडी ने सभी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल करने के आदेश दिए थे। उस आदेश इसके बाद अभी तक शहर के सरकारी स्कूलों में इस आदेश की पूरी तरह से पालना नहीं हुई है। हर क्लास रूम के बाहर होना चाहिए कैमरा
एमएचआरडी द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार हर स्कूल कि प्रत्येक क्लासरूम के बाहर सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल होना आवश्यक है। क्लास रूम के अंदर शिक्षक बच्चों को देख लेते हैं लेकिन क्लास रूम से बाहर निकलते ही बच्चों पर निगरानी रखना मुश्किल हो जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एमएचआरडी ने हर क्लासरूम के अलावा स्कूलों में बने वॉशरूम के बाहर भी कैमरा इंस्टॉल करने का आदेश दिया था। हमें सभी स्कूलों को मेल और नोटिफिकेशन के द्वारा सीसीटीवी कैमरे की जानकारी देने के लिए बोल दिया है। इसमें वर्किग सीसीटीवी कैमरा से लेकर जो कैमरे खराब हो चुके हैं या नहीं चल रहे हैं सब की जानकारी शामिल होगी। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अलका मेहता, जिला शिक्षा अधिकारी