शिक्षित और अनुशासित युवाओं को सीखाया राष्ट्र निर्माण
एनसीसी ग्रुप हेडक्वार्टर पटियाला के निर्देशन में एनसीसी बटालियन 23पीबी बीएन रूपनगर के तहत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घडुंआ के एनसीसी विग ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कैंप लगाया।
जागरण संवाददाता, मोहाली : एनसीसी ग्रुप हेडक्वार्टर पटियाला के निर्देशन में एनसीसी बटालियन 23पीबी बीएन रूपनगर के तहत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घडुंआ के एनसीसी विग ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कैंप लगाया। 15 से 19 फरवरी तक लगे प्रशिक्षण शिविर में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी सहित मोहाली जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के 170 कैडेट्स शामिल हुए। प्रशिक्षण शिविर के दौरान कैडेटों ने भारतीय सेना में उपयोग की जाने वाली विधियों और रणनीतियों के बारे में जानकारी हासिल की। पांच दिवसीय ट्रेनिग कैंप के अंतिम दिन, कर्नल एसबी राणा, कमांडिग ऑफिसर, पीबी 23 बटालियन एनसीसी रूपनगर और कर्नल एलके अग्रवाल एडम, पीबी 23 बटालियन एनसीसी रूपनगर बतौर मुख्यअतिथि उपस्थित होकर कैडेटों को प्रोत्साहित किया। एनसीसी कैडेटों से कर्नल एसबी राणा ने कहा कि इन प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य एनसीसी कैडेटों में एकता और अनुशासन स्थापित करना है। वहीं, उन्हें देश की सेवा और एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए प्रेरित करना भी है। उन्होंने कहा कि एनसीसी दुनियाभर में सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन है, जो विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर राष्ट्र निर्माण में प्रमुख योगदान दे रहा है। इस अवसर पर कर्नल एलके अग्रवाल ने कहा कि एनसीसी सामाजिक स्तर पर महत्वपूर्ण संगठन है, जो लीडरशिप और व्यक्तित्व विकास के अलावा, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान जैसी विभिन्न गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि एनसीसी शिक्षित और अनुशासित युवाओं को राष्ट्र के नेतृत्व के लिए तैयार कर रहा है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर डॉ. आरएस बावा ने कहा कि ट्रेनिग कैंप के दौरान कैडेटों को विशेषज्ञ व अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न गतिविधियों में ट्रेनिग मुहैया करवाई जाती है, ताकि कैडेट्स एनसीसी को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर अपने करियर को एक नई दिशा दे सकें। डा. बावा ने कहा कि जहां एक ओर यूनिवर्सिटी का एनसीसी विग सामाजिक गतिविधियों में आगे रहते हुए अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। वहीं, यूनिवर्सिटी के अनुशासित कैडेट्स इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में बतौर अफसर सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक यूनिवर्सिटी के 23 से अधिक एनएनसी कैडेट भारतीय सेना में अधिकारियों के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।