पॉल मर्चेट के निदेशकों के कार्यालय और आवास पर ईडी की रेड, 3.88 करोड़ सीज
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीरवार को 475 करोड़ रुपये से जुड़े मनी लॉड्रिंग केस में पॉल मर्चेंट क्विक फॉरेक्स सुपामा फॉरेक्स और क्यूरो इंडिया के कार्यालयों और इनके निदेशकों के आवास पर रेड की।
जासं, चंडीगढ़ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीरवार को 475 करोड़ रुपये से जुड़े मनी लॉड्रिंग केस में पॉल मर्चेंट, क्विक फॉरेक्स, सुपामा फॉरेक्स और क्यूरो इंडिया के कार्यालयों और इनके निदेशकों के आवास पर रेड की। ईडी की टीमों ने चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली, जालंधर और दिल्ली में यह कार्रवाई की। इस दौरान कुल 3.88 करोड़ रुपये की भारतीय और विदेशी मुद्रा सीज की गई है। ईडी ने सभी जगह से दस्तावेज, लैपटाप, मोबाइल फोन और प्रापर्टी के दस्तावेज भी जब्त किए हैं। जांच एजेंसी ने बरामद करेंसी को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 (फेमा) के तहत सीज कर जांच शुरू कर दी है।
ईडी को सूचना मिली थी कि उक्त कंपनियों की ओर से 475 करोड़ रुपये हवाला के जरिए सिगापुर, हांगकाग और यूएई में भेजे गए हैं। यह पैसे शेल (फर्जी) कंपनियों ट्रिपल स्ट्रीक ड्रीम होलीडे, वेंगेस्टर ट्रैवल्स, पेरिपाटिजो ट्रैवल्स, हिमालया टूरिज्म, इजेक्स होलीडे, ग्रेट जर्नी टूअर आदि के जरिये भेजे गए हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन फर्जी कंपनियों को अज्ञात लोगों की फर्जी आइडी के आधार पर खोला गया है। इन्हीं कंपनियों के आधार पर विदेशों में हवाला के जरिये पैसा भेजा गया। हवाला के जरिये भेजे गए इन पैसों को वहां रियल इस्टेट और अन्य बिजनेस में निवेश किया गया है। इस कार्रवाई से अन्य कारोबारियों में भी हड़कंप मचा हुआ है। वहीं अब इस मामले में माना जा रहा है कि ईडी स्तर पर जब्त दस्तावेजों की जांच के बाद उक्त कंपनियों के निदेशकों को समन जारी कर सीज मनी और जब्त दस्तावेजों से संबंधित पूछताछ के लिए बुलाएगी।