इलेक्ट्रिक कार चालक उठा सकेंगेे सफर का आनंद, दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर ई-चार्जिंग स्टेशन बनने शुरू
वह दिन दूर नहीं जब आप दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग पर बेहिचक इलेक्टिक कार के सफर का आनंद उठा सकेंगे। भेल को इस राजमार्ग पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की जिम्मेदारी मिली है।
जेएनएन, चंडीगढ़, नई दिल्ली: वह दिन दूर नहीं जब आप दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग पर बेहिचक इलेक्टिक कार के सफर का आनंद उठा सकेंगे। लगभग ढाई सौ किलोमीटर की दूरी के इस सफर में जल्द आपको इलेक्टिक कार चार्जिंग के कई स्टेशन मिल जाएंगे। पावर व इंजीनियरिंग क्षेत्र के सरकारी कंपनी भारत हेवी इलेक्टिकल्स लिमिटेड (भेल) को इस राजमार्ग पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की जिम्मेदारी मिली है।
यह पूरी परियोजना भारी उद्योग विभाग की फेम स्कीम यानी फास्टर एडॉप्शन एंड मेन्यूफेक्चरिंग ऑफ (हाइब्रिड) एंड इलेक्टिक व्हीकल्स इन इंडिया के तहत चलाई जा रही है। भेल पूरे हाइवे पर चार्जिंग स्टेशन लगाने के साथ साथ एक केंद्रीय निगरानी तंत्र भी विकसित कर रही है। इसके तहत मोबाइल एप के जरिए इलेक्टिक चार्जरों पर नजर रखी जा सकेगी। भारी उद्योग विभाग के सचिव डॉ. एआर सिहाग ने सोमवार को सोनीपत जिले के राई में भेल के पहले इलेक्टिक चार्जिंग प्वाइंट का उद्घाटन किया।
सौर ऊर्जा चालित होंगे चार्जिंग प्वाइंट
परियोजना के तहत करीब 100 इलेक्टिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाने हैं। सभी प्वाइंट सौर ऊर्जा चालित होंगे और सभी स्टेशनों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाया जाएगा। इनकी डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग, मैन्यूफैक्चरिंग और इंस्टालेशन की जिम्मेदारी भेल की ही होगी। पूरे हाइवे पर चार्जिंग प्वाइंट लग जाने पर इस राजमार्ग पर इलेक्टिक वाहनों का परिचालन सुगम हो जाएगा। चालकों को अपने वाहनों को चार्ज करने की चिंता नहीं रहेगी। इस परियोजना को ई-मोबिलिटी की दिशा में एक बड़ा कदम बताया जा रहा है क्योंकि इलेक्टिक वाहनों की सफलता में सबसे बड़ी बाधा चार्जिंग जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी को ही माना जा रहा है। भारी उद्योग मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे पर इलेक्टिक चार्जिंग का नेटवर्क पूरा होने के अन्य राजमार्गों पर भी काम शुरू किया जाएगा। इलेक्टिक कार चार्जिंग लगाने की परियोजना बीएचईएल के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। ताप विद्युत परियोजनाओं की संभावनाओं की समाप्ति के बाद भेल के लिए अन्य क्षेत्रों में प्रवेश आवश्यक हो गया था। इसी क्रम में कंपनी ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कदम बढ़ाया। इस परियोजना से पहले भी कंपनी ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में चार्जर स्थापना कर चुकी है।
पेड पार्किंग के अंदर चार्जिग स्टेशन लगाए
शहर की सभी पेड पार्किंग के अंदर चार्जिंग स्टेशन लगाए गए हैं। कई पार्किंग के अंदर तो दो से ज्यादा चार्जिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। इन चार्जिंग स्टेशन को लगे कई महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक शुरू एक भी नहीं हुआ है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह चार्जिंग प्वाइंट केवल ई-रिक्शा के लिए बनाए गए हैं। कार चार्जिंग नहीं होगी। शहर में 25 पेड पार्किंग हैं, जिनमें 50 से अधिक प्वाइंट बनाए गए हैं। सुखना लेक, सेक्टर-8, 17 सहित अन्य सेक्टरों में यह बने हैं। कारों के लिए की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। सेक्टर-42 न्यू लेक पर सबसे पहले कारों के लिए स्टेशन बनेंगे। यह सभी सोलर एनर्जी पर आधारित होंगे। 800 किलोवाट के सोलर प्रोजेक्ट में से 90 किलोवाट इन्हीं चार्जिंग स्टेशनों के लिए होगी। जिनसे एक समय में 100 से अधिक कारें चार्ज हो सकेंगी।