कुराली ट्रैफिक लाइट्स पर वाहन चालक उड़ाते हैं नियमों की धज्जियां
शहर से गुजरते राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह पांच से आठ बजे तक वाहन चालक सरेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं।
संवाद सहयोगी, कुराली : शहर से गुजरते राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह पांच से आठ बजे तक वाहन चालक सरेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। चालकों का यह रवैया कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बना सकता है। हाईवे पर ट्रैफिक लाइट्स चौक पर सुबह आठ बजे से पहले न तो पुलिस की पेट्रोलिग जिप्सी और न ही ट्रैफिक पुलिस होती है। इसका फायदा उठा वहां से गुजरने वाले वाहन चालक ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते हैं।
गौरतलब है कि स्थानीय ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी सुबह आठ बजे से शुरू होती है, जिस कारण सुबह पांच से आठ बजे तक हाईवे से गु•ारने वाले वाहन चालक विशेषकर प्राइवेट बस, टिप्पर एवं ट्रैक्टर ट्रॉली चालक रेड लाइट जंप करते हैं और वाहनों को रॉन्ग साइड से निकाल लोगों की जिंदगी को को खतरे में डाला जा रहा हैं। ट्रैफिक लाइट्स पर तैनात हो ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी दीपक के अनुसार हाईवे पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले ऐसे वाहन चालकों के वाहनों को इंपाउंड कर उनका लाइसेंस एवं परमिट रद करना चाहिए।
मोहित का कहना था कि सुबह करीब छह से साढ़े सात बजे तक ट्रैफिक लाइट्स चौराहे से स्कूल बसें गु•ारती हैं और इसी वक्त बस स्टैंड पर ऑफिस पहुंचने के लिए लोगों की भीड़ भी रहती है। ऐसे हालात में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती होनी चाहिए ताकि हाईवे पर सुबह के वक्त यातायात नियमों की उल्लंघन करने वाले चालकों पर नकेल कसी जा सके।
आशीष कुमार का कहना है कि ट्रैफिक सिग्नल रेड होने के बावजूद बस एवं टिप्पर चालक प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करते हुए तेज रफ्तार से रेड लाइट जंप करते हुए निकल जाते हैं। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए सड़क पार करना बेहद मुश्किल हो जाता हैं। पुलिस पेट्रोलिग जिप्सी ही समाधान ट्रैफिक इंचार्ज श्याम सुंदर का कहना था कि ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी सुबह आठ बजे से शुरू होती है। ऐसे में यदि उससे पहले के समय में थाना सिटी या सदर पुलिस की पेट्रोलिग जिप्सी ट्रैफिक लाइट्स पर मौजूद रहे तो वहां वाहन चालक नियमों का उल्लंघन नहीं करेंगे। वहीं, ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।