डॉ. हरजीत बोले- सेहतमंद रहने के लिए सही समय और उचित मात्रा में खाएं पौष्टिक खाना, ये भी होगा फायदा
सेहतमंद रहने के लिए पौष्टीक खाना जरूरी है। कोरोना काल में खुद को बीमारियों से बचाना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। एमसीएम कॉलेज द्वारा करवाए गए वेबिनार में हर्बो मिनरल एंड न्यूट्रिशनल मेडिसिंस विशेषज्ञ डॉ. हरजीत सिंह ने स्टूडेंट्स को टिप्स दिए।
चंडीगढ़, जेएनएन। बीमारियों से लड़ना है तो जरूरी है कि हमारा शरीर पूरी तरह से स्वस्थ हो। स्वस्थ शरीर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी पौष्टिक खाना सही समय और उचित मात्रा में खाएं। यह शब्द हर्बो मिनरल एंड न्यूट्रिशनल मेडिसिंस विशेषज्ञ डॉ. हरजीत सिंह ने एमसीएम डीएवी कॉलेज सेक्टर-36 द्वारा आयोजित बल्ड डिसऑर्डर एंड हेल्दी लिविंग सत्र के दौरान कहे।
यह सत्र कॉलेज की तरफ से ऑनलाइन किया गया था। इसमें कॉलेज स्टूडेंट्स के अलावा टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ ने हिस्सा लिया और बेहतर खान-पान पर चर्चा करते हुए रोगों से बचाव पर चर्चा की। कार्यक्रम में डॉ. हरजीत सिंह के अलावा डीकेएमएस बीएमएसटी फाउंडेशन इंडिया की तरफ से सीनियर एसोसिएट नम्रता टोप्पो और नंदिनी सरकार भी मौजूद रहीं। इस मौके पर छात्राओं द्वारा पूछे गए सवालों के भी जबाव दिए गए।
ब्लड स्टेम सेल प्रत्यारोपण के बारे में दी जानकारी
ऑनलाइन सत्र में जीवन रक्षक ब्लड स्टेम सेल प्रत्यारोपण और इसके दान के बारे में भी जानकारी दी गई। नंदिनी सरकार ने बताया कि किस प्रकार से ब्लड स्टेम सेल का निर्माण होता है और कैसे वह किसी दूसरे व्यक्ति के जीवन को बचाने के काम आता है। डॉ. नंदिनी ने कहा कि रक्तदान करने या फिर स्टेम सेल दान करने से कोई कमजोरी नहीं आती है। यह ऐसी प्रक्रिया है जो कि बड़ी जल्दी से बदलती है। इंसान के शरीर में रक्त का रिसाइकल दो से तीन दिनों में हो जाता है जबकि स्टेम सेल छह से 12 घंटे में बढ़ते हैं। उसके लिए आपका खाना पौष्टिक और आपकी सोच बेहतर होनी जरूरी है।
वहीं कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने कहा कि छात्राओं के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है खुद की सुरक्षा। बढ़ती उम्र के साथ पौष्टिक खान-पान ही हमें स्वस्थ रख सकता है। जिसके लिए इस प्रकार के कार्यक्रम कॉलेज समय-समय पर कराता है।