कोरोना से डरना नही, ड्रंक एंड ड्राइव नाके पर हर बार बदलें पाइप
तीन जनवरी को ट्रैफिक पुलिस की ओर से पीजीआइ से मांगी गई सलाह पर आई स्पेशल रिपोर्ट।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : कोरोना वायरस की केरल में पुष्टि के बाद चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने ड्रंक एंड ड्राइव नाके पर एल्कोमीटर से चेकिग वायरस पर पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआइ) को पत्र लिखकर सलाह मांगी थी। जांच के बाद पीजीआइ ने ट्रैफिक पुलिस विभाग को कहा कि ड्रंक एंड ड्राइव पर कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं लेकिन नाके पर हर व्यक्ति की जांच में एल्कोमीटर की पाइप जरूर बदलें। शहर में ड्रंक एंड ड्राइव नाके पर एक ही पाइप से लगातार चेकिग करने के आरोप में विवाद खड़े हो चुके हैं। यूटी पुलिस अधिकारियों का दावा है कि हर बार पाइप बदलकर चेकिग प्रक्रिया पहले से चल रही है। अब दोबारा से ट्रैफिक अधिकारियों और कर्मचारियों को जानकारी दी गई है। ट्राईसिटी में लीगल नोटिस कर की है मांग
चंडीगढ़ के एडवोकेट पंकज चांदगोठिया ने चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के डीसी, एसएसपी और आलाधिकारी को लीगल नोटिस भेजकर 90 दिन तक ड्रंक एंड ड्राइव की नाकाबंदी रोकने की मांग की हैं। एडवोकेट ने लिखा कि कोरोना वायरस सांस से फैलने वाली घातक बीमारी है। ड्रंक एंड ड्राइव नाके पर एक्लोमीटर के माध्यम से टेस्ट किया जाता है। इससे इन्फेक्शन मशीन में रहने पर वायरस फैलने का ज्यादा खतरा है। सूत्रों के अनुसार इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने सतर्कता के मद्देनजर ड्रंक एंड ड्राइव के नाके बंद कर दिया था। अब पहले की तरह ट्रैफिक पुलिस दोबारा से नाकाबंदी में तेजी करेगी। ड्रंक एंड ड्राइव नाके पर कोरोना वायरस संक्रमण की शिकायत पर पीजीआइ से सलाह मांगी गई है। उनकी तरफ से जवाब मिला कि नाके से डरने की जरूरत नहीं है लेकिन एहतियातन हर बार पाइप बदली होगी। पहले से नाके पर हर बार नया पाइप इस्तेमाल करने की प्रक्रिया चल रही है। सुरक्षा के नजर से दोबारा अधिकारियों और कर्मचारियों को कोताही नहीं बरतने का आदेश दिया गया है।
-केवल कृष्ण, डीएसपी ट्रैफिक