चंडीगढ़ के बाद अब ट्राईसिटी में भी डीजल ऑटो की एंट्री होगी बैन, तैयार हो रहा प्लान Chandigarh News
चंडीगढ़ के बाद अब ट्राईसिटी में डीजल ऑटो की एंट्री बैन की जाएगी। डीजल ऑटो के बाद दूसरे डीजल वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगाई जाएगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ के बाद अब ट्राईसिटी में डीजल ऑटो की एंट्री बैन की जाएगी। डीजल ऑटो के बाद दूसरे डीजल वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगाई जाएगी। इसके लिए ट्राईसिटी का प्रशासन मिलकर काम करेगा। यह सुझाव प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की चेयरमैनशिप में आयोजित ट्राईसिटी कोर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग आया। जिसको लागू करने के लिए प्लान तैयार होगा।
इस मीटिंग में चंडीगढ़ ही नहीं पंजाब और हरियाणा के अधिकारी भी शामिल हुए। हरियाणा की चीफ सेक्रेटरी केसनी आनंद अरोड़ा, पंजाब चीफ सेक्रेटरी करन अवतार सिंह और यूटी एडवाइजर मनोज परिदा के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। चंडीगढ़ में डीजल ऑटो 2015 में बैन किए गए थे। ऑटो लॉबी के जबरदस्त दबाव के बाद भी पूर्व एडवाइजर विजय देव ने फैसला वापस नहीं लिया। हालांकि अभी भी सीएनजी ऑटो का इंजन बदलकर डीजल चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही हजारों डीजल कार और ट्रांसपोर्ट वाहन भी ट्राईसिटी की हवा को जहरीला कर रहे हैं। इन वाहनों पर लगाम कसने के लिए कोर्डिनेशन कमेटी ने काम करने के आदेश दिए हैं। एडवाइजर मनोज परिदा ने मिलकर भिखारियों की समस्या, स्ट्रे एनिमल से निपटने पर फोकस को कहा। साथ ही ट्राईसिटी में प्लास्टिक बैन के अभियान को सफल करने पर मदद मांगी ।
वाहनों को मिलेगा क्यूआर कोड
दिल्ली की तर्ज पर ट्राईसिटी में भी वाहनों को क्यूआर कोड आवंटित करने पर चर्चा हुई। चंडीगढ़ के डीआइजी आमेवीर बिश्नोई ने यह सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि वाहनों को अनिवार्य रूप से क्यूआर कोड दिया जाए। जिससे अपराध पर तो लगाम लगेगी ही कई दूसरे फायदे भी होंगे। क्यूआर कोड में वाहन चालक की पूरी डिटेल होगी। जिसे स्कैन कर ड्राइवर की जानकारी ली जा सकती है। इसमें ड्राइवर का नाम, पता, वाहन संबंधी डिटेल आ जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह अहम हो सकता है। कैब या ऑटो में बैठने से पहले वह यह क्यूआर कोड स्कैन कर जानकारी अपने परिजन को भेज सकेंगी। इससे ड्राइवर कोई भी गलत हरकत करने से पहले सौ बार सोचेगा। दिल्ली में वाहनों को क्यूआर कोड आवंटित किया जा चुका है।
ट्राईसिटी नाकाबंदी प्लान बनेगा
चंडीगढ़ में ट्रैफिक की समस्या लगातार बढ़ रही है। अब तो पंचकूला और मोहाली में भी यही हाल होने लगा है। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश जाने वाले वाहनों को चंडीगढ़ से होकर गुजरना होता है। यह वाहन बाहर से बाहर निकल सकें, इसके लिए शहर के चारों तरफ आउटर रिंग रोड बनाया जा रहा है। काफी हद तक मोहाली के हिस्से में यह बन भी चुका है। इसको बनाने में तेजी लाने का फैसला मीटिंग में लिया गया। जिससे चंडीगढ़ को जाम से निजात मिल सके।
साइबर क्राइम से निपटने पर फोकस करे पुलिस
प्रशासक बदनौर ने पुलिस को साइबर क्राइम से निपटने पर फोकस करने को कहा। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक कमेटी की मीटिंग लगातार होनी चाहिए। साथ ही ट्राईसिटी को अपनी इंटेलिजेंस भी शेयर करनी चाहिए। जिससे इनपुट पर काम कर अपराध पर नियंत्रण लगाया जा सके। हरियाणा डीजीपी ने मानव तस्करी और फाइनेंस कंपनियों की धोखाधड़ी रोकने पर जोर देने को कहा। उन्होंने ट्राईसिटी नाकाबंदी प्लान का सुझाव दिया।
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