मोहाली में डेंगू ने तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड, मौत का आंकड़ा भी 4 साल में सबसे ज्यादा, अबतक 2400 मरीज, 30 मौतें
आंकड़े के मुताबिक अक्टूबर के इन 26 दिनों के दौरान 1850 रोगियों को डेंगू की पुष्टि हुई है। आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों डेंगू से निपटने के लिए बनाई गई टीमों के लिए एक और बड़ी चुनौती आने के संकेत हैं।
रोहित कुमार, मोहाली। मोहाली में डेंगू ने कहर बरपा रखा है। हालात काफी गंभीर हो चुके हैं। हालांकि डेंगू की रोकथाम के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन मोहाली प्रशासन डेंगू को काबू करने में नाकाम साबित हो रहा है। फागिंग, जागरूकता अभियान से लेकर प्रशासन ने हर शुक्रवार को ड्राई डे घोषित किया गया। बावजूद इसके जिले में डेंगू फैल गया। अब तक जिले में 30 से ज्यादा डेंगू संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मोहाली में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 2400 से पार पहुंच गया है। जिसने पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जबकि पिछले चार वर्षों में मरने वालों की संख्या उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
आंकड़े के मुताबिक अक्टूबर के इन 26 दिनों के दौरान 1850 रोगियों को डेंगू की पुष्टि हुई है। आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, डेंगू से निपटने के लिए बनाई गई टीमों के लिए एक और बड़ी चुनौती आने के संकेत हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि 30 नवंबर तक डेंगू को लेकर बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। जिले की सिविल सर्जन डॉ. आदर्श पाल कौर ने बताया कि विभाग की ओर से पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। मरीजों के हिसाब से अभी 80 बेड का वार्ड बनाया गया है। लेकिन इस की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। लोगों को कहा जा रहा हैकि बुखार आने पर वे डाक्टर को दिखाए। डाक्टर क सलाह पर ही डेंगू का टेस्ट करवाए। डेंगू में जिले के बिगड़ते हालत को देखते हुए बीते बुधवार को सूबे के उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने भी सिविल अस्पताल का दौरा किया था। सिविल अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
वर्ष डेंगू मामले
2016 2088
2017 2112
2018 1079
2019 576
2020 471
2021 2400 अब तक