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पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्‍या 123 हुई, एक और मौत, मजिस्ट्रेट जांच शुरू

पंजाब में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्‍या 123 हो गई है। अमृतसर में एक और व्‍यक्ति की मौत हो गई। दूसरी ओर राज्‍य में जहरीली शराब से मौत की मजिस्‍ट्रेट जांच शुरू हो गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 07:28 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 07:28 AM (IST)
पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्‍या 123 हुई, एक और मौत, मजिस्ट्रेट जांच शुरू
पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्‍या 123 हुई, एक और मौत, मजिस्ट्रेट जांच शुरू

चंडीगढ़/अमृतसर, जेएनएन। पंजाब मेंंजहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्‍या 123 हो गई है। अमृतसर के कत्थूनंगल थाने के कोटला तरखाना गांव में जहरीली शराब पीने से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। मंगलवार की रात 47 वर्षीय बलदेव सिंह ने गांव से ही शराब लेकर पी थी। दूसरी ओर, राज्‍य के तीन जिलो में जहरीली शराब पीने से मौतों की मजिस्‍ट्रेट जांच शुरू हाे गई है़।

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जालंधर डिवीजन के कमिश्नर 21 दिन में पूरी करेंगे जांच

जहरीली शराब से हुईं मौतों के मामले में जालंधर डिवीजन के कमिश्नर राज कमल चौधरी ने मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी। वह अपनी रिपोर्ट 21 दिन के भीतर तैयार कर मुख्यमंत्री को देंगे। राज कमल चौधरी ने वीरवार को अमृतसर के बचत भवन में अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा, अमृतसर देहाती के एसडीएम सुमित मुद, एसपी गौरव तूड़ा, बटाला के एसडीएम बलविंदर सिंह, एसपी तेजबीर सिंह हुंदल और तरनतारन के एसडीएम रजनीश अरोड़ा और एक्साइज विभाग के अफसर एचएस बावा के साथ दो घंटे तक बैठक की।

गुरदासपुर, अमृतसर और तरनतारन के अफसरों से की बैठक

चौधरी ने कहा कि जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत का आंकड़ा बहुत बड़ा है। लापरवाही हुई है। यह किससे हुई इसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी। मुख्य रूप से पुलिस और एक्साइज विभाग के अफसर जांच का हिस्सा होंगे, क्योंकि दोनों विभागों का काम ही शराब की अवैध बिक्री को रोकना है।

अमृतसर, तरनतारन व बटाला पुलिस से मांगा सारा रिकार्ड

डिवीजन कमिश्नर ने तीनों जिलों अमृतसर, तरनतारन व बटाला के पुलिस अधिकारियों से अब तक की जांच का ब्यौरा, एफआइआर से संबंधित रिकॉर्ड, आरोपितों की गिरफ्तारी और भगोड़े के बारे में जानकारी जुटाने को कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द से जल्द आरोपितों से बरामद की गई अवैध शराब, स्प्रिट का भी ब्योरा मुहैया करवाया जाए।

उन्होंने बताया कि सरकार ने नशों के खिलाफ मई महीने में 'ऑपरेशन रेड रोजÓ चलाया था। इस अभियान के दौरान उक्त तीन जिलों ने नशे के खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी गई है। चौधरी ने कहा कि आने वाले दिनों में वह सभी पीडि़त परिवारों से मिलकर उनके बयान भी दर्ज करेंगे।  मरने वालों जिन लोगों के शवों का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया, उनके परिवारों को भी जांच में शामिल किया जाएगा ताकि सच सामने लाया जा सके। उन्होंने जनता से अपील की है कि उक्त प्रकरण में सरकार की सहायता करें। आरोपितों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जा सके।

डिस्टिलरियों और वहां तैनात एक्साइज अफसरों के मांगे नाम

डिवीजन कमिश्नर ने एक्साइज विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर पंजाब में चल रही डिस्टिलरियों की रिपोर्ट मांगी है। उनमें तैयार होने वाला उत्पाद, जिसमें इथानोल, मिथाइल इत्यादि शामिल होने के ब्योरा, मालिकों की जानकारी, पिछले दो साल में कितने प्रॉडक्टस तैयार किए गए और उन्हें कहां-कहां बेचा गया का पूरा ब्यौरा मांगा है। जहरीली शराब से जहां मौतें हुई वहां एक्साइज विभाग के किन इंस्पेक्टरों की डयूटी थी, की रिपोर्ट भी मांगी है।


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