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चंडीगढ़ में लैहदां पंजाब की संस्कृति और विरासत को दिखाने का प्रयास, डार ने पंजाब कला भवन में लगाई एग्जीबिशन

चंडीगढ़ में पंजाब की संस्कृति और विरासत को दिखाने के लिए डांस एंड आर्ट रिसर्चर्स (डार) ग्रुप ने पंजाब कला भवन सेक्टर-16 में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सोभा सिंह आर्ट गैलरी में आर्ट एग्जीबिशन स्थापित की गई।

By Vinay kumarEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 01:29 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 01:29 PM (IST)
चंडीगढ़ में लैहदां पंजाब की संस्कृति और विरासत को दिखाने का प्रयास, डार ने पंजाब कला भवन में लगाई एग्जीबिशन
डांस एंड आर्ट रिसर्चर्स ग्रुप ने पंजाब कला भवन सेक्टर-16 में कार्यक्रम का आयोजन किया।

चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। चंडीगढ़ में आजादी से पहले पंजाब पाकिस्तान के लाहौर तक फैला हुआ था। 1947 के बाद पंजाब का बहुत बड़ा हिस्सा पाकिस्तान में चला गया लेकिन उसकी संस्कृति और विरासत आज भी जिंदा है। उसी पंजाब की संस्कृति और विरासत को दिखाने के लिए डांस एंड आर्ट रिसर्चर्स (डार) ग्रुप ने पंजाब कला भवन सेक्टर-16 में कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें सोभा सिंह आर्ट गैलरी में आर्ट एग्जीबिशन स्थापित की गई और रंधावा आडीटोरियम में संस्कृति को दिखाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बोलियों से लेकर डांस और पहरावे को पेश किया गया।

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उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में मौजूद पंजाब को लैहदां जबकि भारत के पंजाब को चड्दा पंजाब बोला जाता है। दोनों ही पंजाब की संस्कृति एक जैसी है लेकिन बोलने और दिखने में कुछ अंतर है। आर्ट एग्जीबिशन में 120 आर्ट वर्क को डिस्पले किया गया जिसमें मूर्ति कला से लेकर पेंटिग, आर्ट वर्क को जगह दी गई थी। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम में अजीत सिंह ने पंजाबी फोक डांस के अलावा  कव्वाली, पंजाबी टेप, लोक आर्केस्ट्रा, लुड्डुी, डांडस और झुमर को पेश किया गया।

आर्ट कॉलेज के स्टूडेंट्स ने तैयार किया है डार

डांस एंड आर्ट रिसर्चर्स (डार) का निर्माण गवर्नमेंट आर्ट कॉलेज सेक्टर-10 के पुराने स्टूडेंट्स ने किया है। जिसमें 2011 से 2019 के पास आउट स्टूडेंट्स है। डार ग्रुप अभी तक आर्ट एग्जीबिशन का ही आयोजन करते आ रहे थे लेकिन उसके साथ पहली बार लैहदें पंजाब की संस्कृति को दिखाने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बालीवुड अभिनेता आशीष दुग्गल मौजूद रहे। जिन्होंने कहा कि देश के उभरते कलाकारों को बेहतरीन प्रयास है जिसके द्वारा हम पंजाब की उस संस्कृति से रू-ब-रू हो रहे है जहां तक आम व्यक्ति की पहुंच नहीं होती।

पंजाब की संस्कृति को दिखाने का प्रयास

डार ग्रुप के फाउंडर पर्वेश कुमार ने बताया कि काॅलेज टाइम में हम सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेते थे। इस समय सभी अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे है। हमारा एक कर्तव्य बनता है कि हम समाज के लिए कुछ अलग से करें। जिसके लिए हमने आर्ट एग्जीबिशन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में जरिए लैहदें पंजाब से लोगों को रू-ब-रू कराने का प्रयास किया है। वर्ष 2020 में दिल्ली राजपथ पर प्रस्तुति देने के बाद पंजाब कला भवन सेक्टर-16 में पहले कार्यक्रम का आयोजन किया है जिसे भविष्य में भी लगातार किया जाएगा।

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