UK Strain पर भी कोविड वैक्सीन असरदार, पीजीआइ डायरेक्टर प्रो. जगतराम बोले- भ्रमित न हों लोग
चंडीगढ़ पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम का कहना है कि कोरोना वैक्सीन नए कोविड स्ट्रेन पर भी पूरी तरह से कारगर हैं। उन्होंने कहा कि लोग बिलकुल भी भ्रमित न हों और 45 पार के लोग बढ़ चढ़कर वैक्सीनेशन करवाएं।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में यूके कोविड स्ट्रेन (UK Covid Strain) ने दस्तक दे दी है, जो कि पहले से काफी घातक और तेजी से फैल रहा है। चंडीगढ़ पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने बताया कि यूके कोविड स्ट्रेन के खिलाफ भी कोविड वैक्सीन पूरी तरह कारगर है। लोग ये सोच कर भ्रमित न हों कि नए स्ट्रेन पर कोविड वैक्सीन काम नहीं करेगी। भारत में जो भी कोविड वैक्सीन बनी हैं, चाहे वो कोविशील्ड हो या फिर कोवैक्सीन या इसके अलावा सभी वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और लाभदायक हैं। टीकाकरण के जरिए ही नए स्ट्रेन पर काबू पाया जा सकता है। प्रो. जगतराम ने लोगों से आग्रह किया कि वे बिना देरी किए वैक्सीन जरूर लगवाएं।
मई और जून में पीक पर रहेगा नया स्ट्रेन
नया यूके कोविड स्ट्रेन चंडीगढ़ में मई और जून में पीक पर रहेगा। जून के बाद कहीं इस नए स्ट्रेन के संक्रमण में गिरावट दर्ज की जाएगी। पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने बताया कि मार्च में पीजीआइ ने 60 कोविड सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल (एनसीडीसी) भेजे गए थे। एनसीडीसी की रिपोर्ट में सामने आया है कि इन भेजे गए सैंपल में 70 फीसद में कोविड के नए यूके स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। इसमें चंडीगढ़ के लोगों के सबसे ज्यादा सैंपल शामिल थे। 20 फीसद सैंपल में कोविड के 681 एच म्यूटेशन की पुष्टि हुई है। जबकि बाकी सैंपल में डब्ल कोविड म्यूटेशन की पुष्टि हुई है।
थ्री लेयर मास्क ही बचा सकता है नए स्ट्रेन से
प्रो. जगतराम ने कहा कि थ्री लेयर मास्क ही लोगों को यूके कोविड स्ट्रेन से बचा सकता है। इसके अलावा लोगों को शारीरिक दूरी और नियमित तौर पर 20 सैकेंड तक अपने हाथ को साबुन से धाेने या सेनेटाइजर का प्रयोग करना चाहिए, ताकि संक्रमण की चपेट में आने से लोग खुद को बचाया जा सके। लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से परहेज करना चाहिए।
पीजीआइ में 75 फीसद बेड पर एडमिट हैं मरीज
पीजीआइ में इस समय दो हजार बेड की व्यवस्था है। इनमें से 75 फीसद बेड पर मरीज एडमिट हैं। सिर्फ 25 फीसद बेड की खाली हैं, जो कि जरूरत पड़ने पर कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। प्रो. जगतराम ने कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चंडीगढ़ के पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और हिमाचल सरकार से अग्रह किया है कि वे सिर्फ क्रिटिकल कोविड पेशेंट को इलाज के लिए ही पीजीआइ रेफर करें। जिन संक्रमित मरीजों का ये राज्य सरकार अपने स्तर पर इलाज कर सकती हैं। उन्हें यहां रेफर न किया जाए।
नए स्ट्रेन के सभी लक्षण लगभग सामान्य
- सिर में दर्द
- खांसी और जुकाम
- सांस लेने में तकलीफ
- तीन से चार दिन तक बुखार
- ठंड लगना और सीने में दर्द