Corona Vaccination In Chandigarh: टीकाकरण के बाद ये सात लक्षण हैं आम, इनसे घबराएं नहीं
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के मन में जो भय है उसे दूर करने और टीका लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। चंडीगढ़ स्वास्थ्य अधीक्षक डा. अमनदीप कौर ने बताया कि टीका लगाने के बाद ये सात लक्षण होते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। कोरोना टीकाकरण (Corona vaccination) के बाद अगर किसी शख्स में ये सात लक्षण (symptoms) देखने को मिलते हैं, तो ये आम बात है।
चंडीगढ़ स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ. अमनदीप कौर कंग (Chandigarh Health Superintendent Dr. Amandeep Kaur Kang) ने बताया कि टीकाकरण (Vaccination) के बाद हो सकता है किसी शख्स को मामूली दर्द हो, चक्कर आएं, पसीना आए, शरीर में भारीपन महसूस हो, लाल रंग के निशान, सूजन और हल्का बुखार रहे। तो इसमें घबराने की कोई बात नहीं। क्योंकि कोई भी वैक्सीन लगवाने के बाद ये सात लक्षण होना आम बात है।
अब तक सिर्फ दो हेल्थ केयर वर्करों में मिले साइड इफेक्ट
अब तक टीकाकरण के दौरान सिर्फ दो हेल्थ केयर वर्करों में वैक्सीन के साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं। एक गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल और दूसरा सिविल अस्पताल मनीमाजरा में। लेकिन इन दोनों हेल्थ केयर वर्करों को आब्जर्वेशन रूम में ही समय पर ट्रीटमेंट मिलने से वैक्सीन के साइड इफेक्ट से बचा लिया गया। डाक्टर अमनदीप कंग ने कहा कि ऐसे साइड इफेक्ट होने आम बात है। इसलिए हेल्थ केयर वर्कर आगे आएं और टीकाकरण कराएं।
ये लोग लगवा सकते हैं कभी भी वैक्सीन
यदि कोई बीमारी न हो और पूरी तरह स्वस्थ्य हो।
कोरोना से रिवकरी को दो हफ्ते हो गए हों।
18 साल से ज्यादा की उम्र के लोग।
इन लोगों को नहीं लगवानी चाहिए वैक्सीन
जिन्हें एलर्जी हो या किसी खास दवाई से एलर्जी हो।
बुखार आ रहा हो या ब्लीडिंग डिसऑर्डर के मरीज हो।
अगर किसी शख्स को डायबीटिज हो और वो ब्लड थिनर का प्रयोग कर रहा हो।
यदि इम्युनिटी को लेकर कोई दवा ले रहे हों।
गर्भवत्ती महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं को।
किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हो जैसे कैंसर, एचआइवी और हृदय रोग से।
यदि वैक्सीन के साइड इफेक्ट नजर आएं तो क्या करें
फौरन अपने कार्ड पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर या वैक्सीनेशन आफिसर से संपर्क करें।
तुरंत नजदीकी अस्पताल जाकर डाक्टर से इलाज कराएं।
बुखार या दर्द हो तो पेरासिटामॉल लें, लेकिन डाक्टर की सलाह के बाद।
एलर्जी में एंटीसेप्टिक दवाएं लें, लेकिन डाक्टर की सलाल के बाद।