ब्लड कैंसर के मरीजों के लिए कोरोना घातक
ब्लड कैंसर से ग्रस्त मरीजों के लिए कोरोना संक्रमण घातक साबित हो रहा है।
विशाल पाठक, चंडीगढ़ : ब्लड कैंसर से ग्रस्त मरीजों के लिए कोरोना संक्रमण घातक साबित हो रहा है। एक शोध में शामिल किए गए 565 ब्लड कैंसर के मरीजों में से 116 मरीजों की कोरोना की वजह से 90 दिन में मौत हुई है। इनमें से 60 मरीज ऐसे थे जिनकी कोरोना की चपेट में आने के बाद मात्र 14 दिन के अंदर ही मृत्यु हो गई। संक्रमण की चपेट में आने से ब्लड कैंसर के मरीजों की मृत्यु दर 20.5 फीसद दर्ज की गई है। अगर ब्लड कैंसर से पीड़ित मरीज संक्रमण की चपेट में नहीं आते तो यह मृत्यु दर 10 फीसद तक ही दर्ज की जाती।
पीजीआइ के क्लीनिकल हेमेटोलॉजिस्ट डा. पंकज मल्होत्रा ने बताया कि यह शोध पीजीआइ चंडीगढ़, मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर, पुडुचेरी स्थित जवाहर लाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, नई दिल्ली स्थित आर्मी हॉस्पिटल, वेल्लोर क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और बेंगलुरू स्थित नारायण हेल्थ सिटी ने मिलकर किया है।
शोध में ब्लड कैंसर से पीड़ित 565 मरीजों को शामिल किया गया था। शोध में पाया गया कि 565 में से ब्लड कैंसर से पीड़ित 116 मरीजों की कोरोना की चपेट में आने के कारण 90 दिन के अंदर मृत्यु हो गई, जो कि कुल ब्लड कैंसर से ग्रस्त मरीजों का 20.5 फीसद दर्ज किया गया। ब्लड कैंसर से पीड़ित 116 मरीजों में से 75 मरीजों में कोरोना के गंभीर लक्षण पाए गए थे। कैंसर मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को खत्म कर देता है संक्रमण
शोध में पीजीआइ के इंटरनल मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर अरिहंत जैन और प्रोफेसर पंकज मल्होत्रा शामिल हैं। डा. अरिहंत जैन इस शोध के प्रमुख लेखक हैं। उन्होंने बताया कि कैंसर के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के कैंसर पीड़ित मरीज के शरीर में प्रवेश करने पर उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बिल्कुल खत्म कर देता है। खासकर ब्लड कैंसर के मरीजों में रक्त कोशिकाओं को संक्रमण पूरी तरह से खत्म कर देता है। इस कारण ब्लड कैंसर के मरीजों को संक्रमण से बहुत ज्यादा खतरा है। उन्हें पूरी एहतियात बरतने की जरूरत है। चंडीगढ़, पंजाब-हरियाणा और हिमाचल के थे 90 मरीज
इस शोध में जिन 565 ब्लड कैंसर के मरीजों को शामिल किया गया था, उनमें से पंजाब, हरियाणा ,चंडीगढ़ और हिमाचल के 90 कैंसर पीड़ित मरीज शामिल थे। इसके अलावा इन 565 ब्लड कैंसर मरीजों में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, जम्मू कश्मीर, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, चेन्नई और देश के अन्य हिस्सों में से मरीजों को शामिल किया गया था।