वीकेंड लॉकडाउन से कम नहीं हुए कोरोना केस तो चंडीगढ़ प्रशासन करेगा और सख्ती, सलाहकार परिदा ने चेताया
चंडीगढ़ लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन के बावजूद अगर कोरोना मामलों में गिरावट नहीं आई तो प्रशासन और भी सख्त कदम उठा सकता है। प्रशासन की ओर से क्या और किस तरह की सख्ती की जाएगी इसका फैसला प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की वार रूम की बैठक में लिया जाएगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन के बावजूद अगर कोरोना मामलों में गिरावट नहीं आई तो प्रशासन और भी सख्त कदम उठा सकता है। प्रशासन की ओर से क्या और किस तरह की सख्ती की जाएगी इसका फैसला प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की वार रूम की बैठक में लिया जाएगा।
वीकेंड लॉकडाउन के पहले दिन शनिवार को सड़क पर आजवाही जारी रही। हालांकि पुलिस ने कोई सख्ती नहीं की। असल में अभी पुलिस को नरमी बरतने के लिए कहा गया है। बाजार बंद होने के बावजूद सड़कों पर आवाजही को रोकने में प्रशासन और पुलिस असफल रहा।
चंडीगढ़ प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के सलाहकार मनोज परिदा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि चंडीगढ़ में कोरोना की स्थिति गंभीर है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश और पुलिस के डीजीपी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, इसके बावजूद शहरवासी इसे हल्के में रहे हैं। सलाहकार परिदा के कहने से अब इस बात के कई मायने लगाए जा रहे हैं कि प्रशासन और भी सख्त कदम उठाने का फैसला ले सकता है। सोमवार या मंगलवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के नेतृत्व में वार रूम की बैठक होगी। इसमे वीकेंड लॉकडाउन की भी समीक्षा की जाएगी। वहीं इस बैठक में चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों के साथ मोहाली और पंचकूला के अधिकारी भी शामिल होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि पंचकूला और मोहाली में भी वीकेंड लॉकडाउन लागू किया जा सकता है। जबकि शहर के व्यापारी संगठन इसी सप्ताह सलाहकार मनोज परिदा से मिलकर वीकेंड लॉकडाउन न लगाने की अपील करेंगे।
वीकेंड लोकडॉउन के फैसले पर पुनर्विचार करे प्रशासन: कैलाश जैन
शहर के व्यापारी नेता व चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल के संयोजक कैलाश चंद जैन ने वीकेंड लॉकडाउन के फैसले पर असहमति जताते हुए प्रशासन से पुनर्विचार का आग्रह किया है। कैलाश जैन ने कहा है कि शनिवार औऱ रविवार को लॉकडाउन लगाने के फैसले से सहमत नहीं हूं। वास्तविक रूप में यह लॉकडाउन केवल मार्केट्स में ही लगाया गया है बाकी पूरे शहर में गतिविधियां चल रही हैं। अधिकारी केवल खानापूर्ति करने के लिए मार्केट्स को ही टारगेट कर रहे हैं। दूसरी तरफ पंचकूला और मोहाली में सभी मार्केट्स खुली हैं। ऐसे में यह चंडीगढ के दुकानदारों के साथ अन्याय है।
"वीकेंड लॉकडाउन कोई ठोस हल नहीं है। सोमवार को तो लोग बाहर निकलेंगे ही। मुश्किल से अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगी है। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर के चलते लॉकडाउन से आर्थिक स्थितियां चरमरा जाएंगी। बेहतर यही रहेगा कि बचाव के लिए जरूरी सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाए।
-डॉ. अनीश गर्ग, मुख्य प्रवक्ता, क्राफ्ड