Watch Video: लखीमपुर खीरी जा रहे सिद्धू व कांग्रेस नेता सहारनपुर में हिरासत में लिए गए, काफिले को हरियाणा-यूपी बार्डर पर रोका गया
Lakhimpur Kheri Violance पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जा रहे पंजाब कांग्रेस के नेताओं के काफिले को सहारनपुर में रोक दिया गया है। सिद्धू सहित पंजाब के कई मंत्रियों व नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर रवाना हुुए कांग्रेस नेताओं के काफिला को सहारनपुर में रोक दिया गया है। सिद्धू सहित पंजाब के कई नेताओं व मंत्रियों को हिरासत में ले लिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस काफिले को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेट्स को तोड़ दिया गया। इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब के मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और परगट सिंह सहित कई नेताओं को सहारनपुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
#WATCH Stopped from going to UP's Lakhimpur Kheri at Yamuna Nagar-Saharanpur, Punjab Congress chief Navjot Singh Sidhu argues with policemen, "You won't do anything against the Union minister & his son but stop us from sharing the grief of the victim families." pic.twitter.com/NeHOASCLSA
— ANI (@ANI) October 7, 2021
बताया जाता है कि पुलिस ने लखीमपुर में धारा 144 लागू होने के कारण केवल पांच लोगों को आगे जाने की अनुमति दी, लेकिन कांग्रेस नेता पूरे काफिले के साथ जाने पर अड़ गए। इस दौरान काफिले में शामिल नेताओं की पुलिस अधिकारियों से काफी बहस भी हुई। इसके बाद सिद्धू सहित अन्य नेताओं को पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया।
सिद्धू के काफिले को हरियाणा के यमुनानगर से आगे बढ़ने पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के बार्डर पर रोका गया। इसके बाद वहां काफी हंगामा हो गया। कांग्रेस नेताओं ने इस दौरान जमकर नारेबाजी की। सिद्धू ने उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा रोकने जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें और अन्य नेताओं को रोकना गैरकानूनी और अधिकारों का हनन है।
#WATCH | लखीमपुर खीरी जाते हुए पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में एक मार्च को यमुना नगर (हरियाणा)-सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) सीमा पर रोका गया। pic.twitter.com/W7QEHDQPWm— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 7, 2021
इस दौरान हरियाणा -उत्तर प्रदेश बार्डर पर काफी हंगामा हो गया और माहौज तनावपूर्ण हो गया। पुलिस नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य नेताओं को एक मिनी बस में ले गई।
इससे पहले काफिला मोहाली से लखीमपुर खीरी रवाना हुआ था। काफिले के रवाना होने से पहले सिद्धू ने कहा कि यदि कल तक लखीमपुर की घटना के लिए दोषी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो भूख हड़ताल करुंगा। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी इस मौके पर पहुंचे थे। उनके काफिले में पंजाब के कांग्रेस विधायक और मंत्री शामिल हैं। यह दल मोहाली में चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के पास से रवाना हुआ। काफिले में पंजाब के शिक्षामंत्री परगट सिंह सहित कई मंत्री और विधायक काफिले में शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा भी लखीमपुर खीरी जाने वाले काफिल में शामिल हैं । इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला से मोहाली पहुंचे। काफिले को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रवाना किया।
ਇਹ ਕਾਫ਼ਿਲਾ ਉਦੋਂ ਤੱਕ ਨਹੀਂ ਰੁਕੇਗਾ ਜਦੋਂ ਤੱਕ ਇਨਸਾਫ਼ ਨਹੀਂ ਮਿਲਦਾ#SackAjayMishra pic.twitter.com/YJF3kFFVnH— Punjab Congress (@INCPunjab) October 7, 2021
कहा- किसानों के लिए अगर देह भी देनी पड़ी तो पीछे नहीं हटेंगे
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना के आरोपितों की अगर कल तक गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह भूखहड़ताल पर बैठेगें। जितने भी विधायक कांग्रेस वर्कर जहां पर पहुंचे है वे पार्टी से ऊपर उठ कर किसानों के साथ खड़े है। सिद्धू ने उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि वे कांग्रेस नेत्री प्रिंयका गांधी और सांसद सदस्य राहुल गांधीके साथ इस इंसाफ की लड़ाई को लड़ेगे। इसके लिए अगर मुझे मेरी देह भी दाव पर लगानी पड़ी तो लगा दूंगा। 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है लेकिन यह गूंगी बहरी सरकार चुपचाप बैठी है। ऐसी सरकार के जगाने के लिए विरोध दर्ज करवाना जरूरी।
बड़ी संख्या में सिद्धू के समर्थक भी जीरकपुर पहुंचे थे।
सिद्धू ने कहा कि भगवंत सिंह सिद्धू का ये बेटा कसम खाता है कि किसानों को इंसाफ दिलवाने के लिए किसी भी हद तक जाना पड़े जाऊंगा। सवाल के जवाब में सिद्धू ने कहा कि जहां पर भी उन्हें भूखहड़ताल पर बैठना पड़ा बैठ जाएंगे। सिद्धू के समर्थन में कई कांग्रेसी विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। मोहाली से विधायक बलबीर सिंह सिद्धू, विधायक सुंदर शाम अरोड़ा, विधायक साधू सिंह धर्म सोत, कुलजीत नागरा सहित कई नेता लखीमपुर खीरी जाने के लिए पहुंचे।
ਕਿਸਾਨ ਮਜ਼ਦੂਰ ਏਕਤਾ ਜ਼ਿੰਦਾਬਾਦ#SackAjayMishra pic.twitter.com/GsBIf5bFQJ— Punjab Congress (@INCPunjab) October 7, 2021
हर तरफ वाहनों की कतारें जाम, लोग परेशान
लखमीपुर खीरी जाने के लिए कांग्रेस नेताओं व समर्थकों सैकड़ों की संख्या में मोहाली पहुंचे। इस कारण जीरकपुर में जाम की स्थिति बनी रही। वाहनों की लंबी कतारों के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इस दौरान ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई थी लेकिन फिर भी ट्रैफिक काबू नहीं हो सका।
महिलाएं भी पहुंची बढ़ी संख्या में
लखीमपुर खीरी की घटना में किसानों को इंसाफ दिलवाने के लिए महिलाएं भी पहुंचीं। कई महिलाएं लखीमपुर खीरी रवाना हुए काफिले में शामिल हैं। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
मोहाली के एयरपोर्ट रोड पर काफी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता पहुंचे। इससे पूरे क्षेत्र में भारी जाम लग गया है। पूरे पंजाब से कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता वहां पहुंचे हैं। राज्य के अधिकतर मंत्री और काफी संख्या में कांग्रेस विधायक वहां पहुंचे हैं। अभी यह तय नहीं है कि कांग्रेस नेताओं की कितनी गाडि़यां सिद्धू के काफिले में शामिल होंगी।
नवजोत सिंह सिद्धू के काफिले में लखीमपुर खीरी जाने के लिए पहुंच पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा। (जागरण)
इससे पहले पटियाला से मोहाली आते समय रास्ते में किसानों ने सिद्धू का विरोध किया। पटियाला-राजपुरा रोड पर धरेड़ी जट्टां टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे किसानों ने नवजोत सिद्धू का विरोध किया। इस दौरान सिद्धू को जबरन रोका तो नहीं गया लेकिन उनके खिलाफ नारेबाजी की गई। इस नारेबाजी के दरम्यान सिद्धू इस टोल प्लाजा से आगे निकल गए।
नवजोत सिंह सिद्धू के काफिले में शामिल होने के लिए पहुंचे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता। (जागरण)
इस काफिले के लिए सबसे बड़ी चुनौती उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने को लेकर है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश पुलिस ने पंजाब से लोगों के लखीमपुर खीरी जाने को लेकर ऐहतियात जारी किया था। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि सिद्धू के काफिले को उत्तर प्रदेश में रोका जा सकता है।
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अभी उत्तर प्रदेश में थे। वह वहां राहुल गांधी के साथ गए थे। चन्नी ने लखीमपुर में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 50 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की थी। इससे पहले पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को पांच नेताओं के साथ पिछले सोमवार को लखीमपुर खीरी जाने के क्रम में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गिरफ्तार कर लिया गया था।
नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में लखीमपुर खीरी जाने के लिए पहुंचे कांग्रेसी। (जागरण)
इसके बाद सिद्धू ने कहा था कि लखीमपुर खीरी की घटना के लिए जिम्मेदार केंद्री मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया गया तो पंजाब कांग्रेस का दल लखीमपुर खीरी के लिए कूच करेगा। कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी जाने वाले काफिले में शामिल होने के लिए काफी संख्या में पहुंचे हैं। वे उत्तर प्रदेश सरकार और भाजपा के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने हाथ में काले झंडे भी ले रखे हैं।