प्रशासक की मंजूरी बिना खुद को चेयरमैन बताने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति
मेयर ने अभी सेनिटेशन कमेटी सहित कुल 12 कमेटियों के गठन की अधिसूचना जारी करने की अपील की है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : मेयर ने अभी सेनिटेशन कमेटी सहित कुल 12 कमेटियों के गठन की अधिसूचना जारी करने की अपील की है। कांग्रेस का आरोप है कि इससे पहले ही भाजपा के पार्षद कमेटी का खुद को चेयरमैन बताकर अधिकारियों को आदेश दे रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सतीश कैंथ का आरोप है कि डा. भीम राव आंबेडकर जयंती पर भरत कुमार को कमेटी का चेयरमैन बताकर सफाई कर्मचारियों की आधे दिन की छुट्टी करवा दी। कैंथ का कहना है कि वह कर्मचारियों को आधे दिन की छुट्टी देने के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि अन्य सरकारी कर्मचारियों की तरह उन्हें पूरे दिन का अवकाश देना चाहिए था। लेकिन छुट्टी देने के लिए जो प्रक्रिया अपनाई गई है वह गलत है। जारी बयान में कहा गया है कि एक ऑडियो मैसेज सभी सेनिटेशन कर्मचारियों को भेजा गया। यह मैसेज सफाई लांयस कंपनी के मैनेजर बूटा सिंह की तरफ से भेजा गया है। मैसेज में कहा गया कि सेनिटेशन कमेटी के चैयरमेन भारत कुमार ने एमओएच से आधे दिन की छुट्टी की बात की है और अफसरों पर दबाव बनाया गया है। कैंथ का कहना है कि यह सीधे तौर पर एक्ट की अवहेलना है। मेयर ने जिन कमेटियों को गठित कर प्रशासन को भेजा है, उसको प्रशासन से अप्रूवल नहीं मिला। उनका कहना है कि छुट्टी का एलान नगर निगम के अधिकारियों को करना चाहिए था। वहीं, अखिल भारतीय असंगठित कामगार के चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी ने भरत कुमार द्वारा खुद को सेनिटेशन कमेटी का चेयरमैन बताए जाने पर विरोध जाहिर किया है। उनका कहना है कि जिस पार्षद पर 2017 में सेनिटेशन कमेटी के चैयरमेन रहते आरोप लगे थे, उसे ही फिर से कमेटी की कमान सौंपी जा रही है। सैनी का कहना है कि किस आधार पर छुट्टी का एलान किया गया। जिस पार्षद पर पहले भी आरोप लगे हैं उसे फिर से वही कमेटी दिया जाना हैरान करने वाला कदम है।
कांग्रेस हमेशा अनुसूचित जाति और गरीबों का विरोध करती आई है। छुट्टी का विरोध करके अपनी मानसिकता दिखा दी है। डा. भीम राव आंबेडकर जयंती पूरा देश मना रहा है जिसके उपलक्ष्य में केंद्र सरकार ने अवकाश घोषित किया हुआ है। ऐसे में सफाई कर्मचारियों को भी छुट्टी मिलनी चाहिए। जिसकी उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों को अपील की थी और उनकी अपील मान ली गई। मेयर ने सेनिटेशन कमेटी में सबसे पहले सदस्य पर उनका ही नाम है। मेयर उन्हें चेयरमैन बनाना चाहते हैं और प्रशासक की मंजूरी के बाद वह ही कमेटी के चेयरमैन पद के लिए वह ही नामांकन भरेंगे।
भरत कुमार, भाजपा पार्षद