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सीएम साहब! अफसर नहीं सुनते, आप मेरी फरियाद सुनो

इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में आयोजित प्रोग्रेसिव पंजाब समिट के दौरान वीरवार को अचानक पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के पास जा पहुंचने व्यक्ति की पहचान डेराबस्सी (मोहाली)के मुबारकपुर कैंट निवासी अमन के तौर पर हुई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 08:32 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 08:32 PM (IST)
सीएम साहब! अफसर नहीं सुनते, आप मेरी फरियाद सुनो
सीएम साहब! अफसर नहीं सुनते, आप मेरी फरियाद सुनो

जासं, मोहाली : इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में आयोजित प्रोग्रेसिव पंजाब समिट के दौरान वीरवार को अचानक पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के पास जा पहुंचने व्यक्ति की पहचान डेराबस्सी (मोहाली)के मुबारकपुर कैंट निवासी अमन के तौर पर हुई है। अमन का वक्फ बोर्ड की दुकान को लेकर अजीत सिंह नामक व्यक्ति से विवाद चल रहा है। हालांकि मौके पर ही पुलिस अधिकारियों ने अमन को पकड़ा लिया। उसे फेस 11 के थाने ले जाया गया, जहां सुरक्षा अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। खबर दिए जाने तक अमन को नहीं छोड़ा गया था। अमन जब सीएम के पास पहुंचा उस समय वह कार्यक्रम के सिलसिले में ही एक निजी चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे।

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मामले में अमन के भाई संदीप उर्फ सोनू ने बताया कि उसका भाई सुबह घर यह बोल कर गया था कि वह आज मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें अपनी फरियाद सुनाएगा। वह सीएम के पास कैसे पहुंचा, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। संदीप ने बताया कि उनकी डेराबस्सी में एक दुकान है, जिस पर अजीत सिंह नामक व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है। आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन अजीत सिंह की मदद कर रहा है। पिछले दो माह से वह घर पर बैठे हैं और खाने तक के लाले पड़े हैं। डीसी बोले-उनके पास भी फरियाद लेकर आ चुका है अमन

उधर, मोहाली के डीसी गिरीश दयाल ने कहा कि अमन पहले भी उनके पास अपनी फरियाद लेकर आ चुका है। उसे समझाया जा चुका है कि यह मामला कोर्ट का है। कोर्ट के आदेश पर ही अजीत सिंह ने दुकान का ताला खोला है। एसएसपी ने दी सफाई- सुरक्षा में नहीं बरती गई कोताही

एसएसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि अमन सीएम के पास कैसे पहुंचा इसकी जांच की जा रही है। कहा कि सुरक्षा में पुलिस की ओर से कोई कोताही नहीं बरती गई है। हालांकि जांच के बाद ही यह साफ होगा कि अमन सीएम तक कैसे पहुंचा। दुकान का विवाद कोर्ट में लंबित

दूसरी ओर मामले में अजित सिंह का कहना है कि संदीप मेरी दुकान पर नौकर था। अब वह दुकान को लीज पर लेकर खुद को मालिक बता रहा है। मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट के निर्देश पर ही यह दुकान खोली गई है, जिसका मुझे पजेशन मिला है।


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