सोशल साइट्स से इस कदर आहत हो गई चित्रांशी, जानें क्या है कारण...
चित्रांशी का कहना है कि हॉकी से उन्हें बहुत प्यार रहा है। नेशनल भी खेली हैं, मगर महिला हॉकी को लेकर न सरकार जिम्मेदार है और न लोग इसे प्रोत्साहन दे रहे हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। हॉकी से मुझे बहुत प्यार रहा है। नेशनल भी खेली हूं। मगर चक दे इंडिया में जैसे दिखाया गया है, वो सही है। हमारी भारतीय महिला हॉकी टीम को हमेशा से पक्षपात का सामना करना पड़ा है। वर्ष 2017 में महिला हॉकी टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया। मगर फिर भी सारा ध्यान और सम्मान पुरुष हॉकी टीम को मिला। इससे आहत होकर मैंने सोशल साइट्स से जितने भी भारतीय हॉकी के पेज लाइक किए थे, उन्हें डिस्लाइक कर दिया। यह कहना है पूर्व राष्ट्रीय हॉकी प्लेयर और एक्टर चित्रांशी रावत का।
चित्रांशी ने कहा कि मुझे दुख हुआ, मगर ये मेरा तरीका था अपनी नाराजगी जाहिर करने का। चित्रांशी जल्द ही एक वेब सीरीज में नजर आएंगी। उन्होंने कहा कि ये पहली बार है कि वह किसी वेब सीरीज में नजर आएंगी। इसके अलावा वह फिल्म और रंगमंच दोनों ही बराबरी से कर रही हैं।
पहाड़ी हूं, ऐसे में दिमाग ठंडा रहता है
पिछले कई वर्षों से आप इंडस्ट्री में हैं, ऐसे में जब काम नहीं मिलता तो खुद को कैसे संभालती हैं? इस पर चित्रांशी ने कहा कि हां, ये मुश्किल होता है, जब आप छह महीने तक बिना किसी काम के रहें। ऐसे में आपके दोस्त और परिवार मदद करता है। वैसे भी मैं तो हूं ही गढ़वाल से। ऐसे में मेरा दिमाग हमेशा कूल रहता है। मेरे पिता और माता दोनों बहुत सपोर्ट करते हैं। वो भी हमेशा रिलेक्स रहते हैं। ऐसे में मुझे कभी चिंता नहीं होती। कई बार काम मिलता है, तो बहुत सारा, तो कई बार एक भी प्रोजेक्ट हाथ में नहीं रहता। ऐसे में खाली वक्त में मैं ट्रेवल करना पसंद करती हूं।