चुनाव से पहले खरड़ विधानसभा हलके को मुख्यमंत्री की सौंगातें
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले जिला मोहाली के खरड़ विधानसभा हलके को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 127 करोड़ के विकास प्रोजेक्टों की सौगात दी।
जागरण संवाददाता, मोहाली : पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले जिला मोहाली के खरड़ विधानसभा हलके को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 127 करोड़ के विकास प्रोजेक्टों की सौगात दी। चन्नी ने अलग-अलग प्रोजेक्टों के नींवपत्थर रखे। वहीं, गांव घडूआ पंचायत का नगर पंचायत का दर्जा देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर एक सब तहसील भी बनाई जाएगी। खालसा स्कूल को 10 करोड़ रुपये भी दिए। मुख्यमंत्री ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (59.06 करोड़), कजौली वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (47.06 करोड़), अज्ज सरोवर के सौर्दीयकरण (4.83 करोड़), गांव बड़ाली में सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (13.47 करोड़) व पांडुसर सरोवर के लिए (3.14 करोड़) के प्रोजेक्टों की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि खरड़ बस स्टैंड के पास एक पार्क बनाया जाएगा। जहां पर सैनिकों के लिए एक यादगार बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री इससे पहले खरड़ नगर परिषद गए। चन्नी ने कहा कि खरड़ ने उनको सब कुछ दिया है। वे जो कुछ भी आज हैं वे सब खरड़ की देन है। मैंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत खरड़ से की और शहर के कोने-कोने से वाकिफ हूं। तीन बार मैं पार्षद चुना गया। फिर प्रधान के तौर पर भी क्षेत्र की सेवा की। चन्नी ने कहा कि वे आगे भी क्षेत्र के लिए काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने पार्षदों को नसीहत दी कि नजायज कब्जों को हटाने के लिए सख्ती से निपटें। इस दौरान उन्होंने जिन प्रोजेक्टों के नींव पत्थर रखे उनसे क्षेत्र के लोगों के क्या लाभ मिलेगा इसके बारे में विस्तार से बताया।
मान की बात लोगों का नुमाइंदा बना मुख्यमंत्री
आम आदमी पार्टी के खरड़ से विधायक कंवर संधू ने कहा कि ये सम्मान की बात है कि लोगों का नुमाइंदा सूबे का मुख्यमंत्री बना है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र चन्नी के नेतृत्व में ओर तरक्की करेगा। इस दौरान प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। पूर्व विधानसभा स्पीकर चन्नी के साथ
खरड़ में पूर्व विधानसभा स्पीकर बीर दविदर सिंह ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मंच सांझा किया। जिसके बाद ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या बीर दविदर को पार्टी की ओर से खरड़ से उम्मीदवार के तौर पर उतारे जाने की तैयारी है। ध्यान रहे कि बीर दविदर ने अकाली दल संयुक्त का हाथ थामा था, लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें नोटिस जारी किया गया है।