चंडीगढ़ ट्रेडर्स एसोसिएशन ने PM Modi को लिखा पत्र, कहा- हमें आपसे उम्मीद इसलिए व्यापारियों को दें राहत पैकेज
कोरोना की वर्तमान स्थिति पर सिटी ब्यूटीफुल के व्यापारियों को राहत देने के लिए चंडीगढ़ ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत पंछी और महासचिव एलसी अरोड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में शहर के व्यापारियों के लिए राहत पैकेज देने की मांग की गई है।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना की वर्तमान स्थिति पर सिटी ब्यूटीफुल के व्यापारियों को राहत देने के लिए चंडीगढ़ ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत पंछी और महासचिव एलसी अरोड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में शहर के व्यापारियों के लिए राहत पैकेज देने की मांग की गई है।
पत्र में कहा गया है कि शहर में गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही वीकेंड लॉकडाउन भी लगाया गया है। जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारी कोरोना प्रोटोकोल के नार्म्स को पूरी तरह से फॉलो कर रहे हैं। इस कठिन परिस्थितियों में व्यापारी प्रशासन का हर तरह से सहयोग दे रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में सख्त पाबंदियां लगाई हैं। इस समय बाजारों में सिर्फ जरूरी वस्तुओं के दुकानें खोलने की मंजूरी है। इस कारण गैर जरूरी वस्तुओं के दुकानदारों में रोष बढ़ रहा है। पंछी ने कहा है कि साल 2020 में लॉकाउन की स्थिति रही। जिसमें हमारे प्रतिष्ठान बंद थे और हम अपनी आजीविका कमाने में असमर्थ थे। स्टाफ की जरूरतों को पूरा करना था जो हम पर निर्भर थे, जिससे हमें आर्थिक रूप से बहुत नुकसान हुआ। हमें हर रोज कड़ी मेहनत करके अपने व्यवसाय को चलाना होता है। हमें भी अपने काम के हिसाब से मुश्किल का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि हमारे हाउस होल्ड एक्सपेंसेस, बच्चों के लिए स्कूल की फीस, ऑफिस के लिए बिजली के बिल, कर्मचारी की सैलरी, जीएसटी चार्ज, बैंक चार्ज, हाउसिंग लोन के लिए ईएमआइ के साथ-साथ ऑफिस, एस्टेब्लिशमेंट रेंट और प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान करना पड़ता है। अब व्यापारी कहां पर जाएं। नुकसान की भरपाई आने वाले पांच साल तक भी पूरी नहीं होगी। क्योंकि शहर में व्यापार पहले से ही कम है। इसलिए सरकार व्यापारियों के लिए तत्काल राहत के कुछ उपायों की पेशकश करनी चाहिए अन्यथा शहर की अर्थव्यवस्था का पतन होगा और इसके परिणामस्वरूप शहर के व्यवसायिक क्षेत्रों के परिवारों और कर्मचारियों के लिए एक आपदा होगी।
एसोसिएशन ने कहा है कि हम ट्रेडर्स को इस लॉकडाउन के दौरान हेल्पिंग हैंड के रूप में अब सिर्फ पीएम से ही उम्मीद रह गई है। शहर के व्यापारी अपील करते हैं कि कोरोना के दौरान सबसे अधिक पीड़ित व्यापारियों के पक्ष में कुछ प्रमुख राहत योजनाओं की घोषणा करें और चंडीगढ़ प्रशासक को निर्देश दें कि वे उन व्यापारियों के हित को प्राथमिकता दें जो अभी भी पिछले साल के लॉकडाउन से उबर नहीं सके हैं, जो व्यापारी समुदाय को झटका है और व्यापारी पहले से ही भारी नुकसान से पीड़ित हैं।