शहर के खिलाड़ियों के लिए आखिरी मौका, चंडीगढ़ स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने फिर मांगे ग्रेडेशन के लिए आवेदन
चंडीगढ़ खेल विभाग की ओर से खिलाड़ियों को दोबारा स्पेशल मौका दिया जा रहा है। चंडीगढ़ के खिलाड़ी जो खेल छोड़ चुके हैं उनके लिए खेल विभाग की ओर से छह सितंबर को एक इंटरव्यू आयोजित किया जा रहा है जिसमें उन्हें स्पोर्ट्स ग्रेडेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। यूटी स्पोर्ट्स विभाग ने एक बार फिर से ग्रेडेशन के लिए खिलाड़ियों के आवेदन मांगे हैं। विभाग की ओर से खिलाड़ियों को दोबारा स्पेशल मौका दिया जा रहा है। चंडीगढ़ के खिलाड़ी जो खेल छोड़ चुके हैं, उनके लिए खेल विभाग की ओर से छह सितंबर को एक इंटरव्यू आयोजित किया जा रहा है, जिसमें उन्हें स्पोर्ट्स ग्रेडेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यह इंटरव्यू छह सितंबर को सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगा। ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदक स्पोर्ट्स विभाग की वेबसाइट http://sportsdeptt.chd.gov.in पर जाकर लॉगिन कर सकते हैं। आवेदन के लिए वेबसाइट 23 से 27 अगस्त तक खुली रहेगी।
चंडीगढ़ के सभी खिलाड़ी ग्रेडेशन के लिए ऑनलाइन ही आवेदन कर सकते हैं। विभाग की ओर से खिलाड़ियों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं कि सभी खिलाड़ी स्पोर्ट्स किट में सेक्टर-42 स्थित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में पहुंचे। स्पोर्ट्स डायेरक्टर तेजदीप सिंह सैनी ने बताया कि इसके बाद किसी खिलाड़ियों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा। इसलिए जो खिलाड़ी छूट गए हैं वह इसे गंभीरता से लें।
गौरतलब है कि टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम के ब्रांज मेडल जीतते ही यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने दोनों हॉकी खिलाड़ियों को पंजाब -हरियाणा की तर्ज पर इनामी राशि देने की घोषणा कर दी थी। डिपार्टमेंट की इस घोषणा के बाद उन खिलाड़ियों की उम्मीदों को भी पंख लग गए हैं, जोकि सालों से यूटी की तरफ से खेल रहे हैं और उन्हें डिपार्टमेंट की तरफ से किसी तरह की कोई इनामी राशि नहीं दी गई है। रूपिंदर पाल सिंह और गुरजंट भी वैसे तो पंजाब को रिप्रेजेंट करते हैं, लेकिन उन्होंने चंडीगढ़ हॉकी अकादमी में ट्रेनिंग ली थी। ऐसे में इन खिलाड़ियों के ओलिंपिक जाने वाले बकायदा प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने डिपार्टमेंट पदाधिकारियों के साथ चीयर किया था।
पंजाब हरियाणा की तरफ से इससे पहले ओलिंपिक गेम्स, हॉकी वर्ल्ड कप, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, यूथ ओलिंपक गेम्स, यूथ एशियन गेम्स, यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स, और एफ्रो-एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को डेढ़ करोड़ रूपये और पंजाब में एक करोड़ रुपये मिलते थे। अभी नई स्पोर्ट्स पॉलिसी के मुताबिक डिपार्टमेंट ने भी इन गेम्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को ढ़ाई करोड़ रुपये की घोषणा की है, लेकिन सवाल यह है कि यह ईनामी राशि सिर्फ ओलिंपिक खेलों में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों तक सीमित है, या फिर उन खिलाड़ियों कि जिन्होंने इंटरनेशनल प्रतियोगिता में देश के लिए मेडल जीते हैं।
इन खिलाड़ियों ने चमकाया शहर का नाम
मौजूदा ओलिंपिक को छोड़ भी दें तो शहर के कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल स्तर पर मेडल जीतकर इस शहर का गौरव बढ़ाया है। इन खिलाड़ियों में इंटरनेशनल हैंडबॉल खिलाड़ी अतुल कुमार खास हैं। जिन्होंने वर्ष 2014-18 तक एशियन गेम्स में हिस्सा लिया। इसके अलावा अर्जुन अवार्डी व इंटरनेशनल फुटबॉलर संदेश झिंगन, अर्जुन अवार्डी भारतीय फुटबॉल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू, फुटबॉलर अनिरुद्ध थापा और इंटरनेशनल स्विमर चाहत अरोड़ा जैसे कई खिलाड़ी चंडीगढ़ से हैं। जिन्होंने सालों तक चंडीगढ़ में खेलकर देश के लिए मेडल जीते हैं। इसी बाबत जिला खेल अधिकारी कृष्ण लाल ने बताया कि हर खिलाड़ी को उसका बनता सम्मान दिया जाएगा। अभी पॉलिसी फाइनल हो गई है, अभी इन खिलाड़ियों को ईनामी राशि देने के काम में तेजी दी जाएगी। जो भी खिलाड़ी चंडीगढ़ के मूल निवासी होंगे उन्हें ईनामी देने में डिपार्टमेंट को कोई दिक्कत नहीं है।