चंडीगढ़ में छोटी मार्केट शाम 5 बजे बंद करने का कड़ा विरोध, प्रशासक पुरोहित कल कर सकते हैं बदलाव
उद्योग व्यापार मंडल के प्रधान कैलाश चंद जैन ने कहा कि प्रशासन ने छोटे दुकानदारों के साथ सरासर नाइंसाफी है। शहर के शोरूम और दूसरी मार्केट रात 9 बजे बंद होते हैं जबकि छोटी मार्केट को पांच बजे बंद कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। छोटी मार्केट को शाम पांच बजे बंद करने का व्यापारी रोजाना इसका विरोध कर रहे हैं। हर दिन नई मार्केट में अलग तरीके से विरोध किया जा रहा है। अब इस मामले पर मंगलवार को होने वाली कोविड वार रूम मीटिंग में चर्चा हो सकती है। प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित आदेश में कोई बदलाव कर सकते हैं। व्यापारी पूरे शहर की मार्केट को बंद करने का समय रात 7 बजे करने की मांग कर रहे हैं। उनके इस सुझाव पर प्रशासन चर्चा के बाद कोई निर्णय ले सकता है।
छोटे दुकानदारों का कहना है कि केवल उन्हें की आर्थिक मंदी में क्यों धकेला जा रहा है। उनकी दुकान 5 बजे बंद करने से क्या कोरोना संक्रमण नहीं फैल रहा। दुकानदारों ने सेक्टर-15 पटेल मार्केट के बाहर एकत्र होकर प्रशासन के इस फैसले का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि केवल छोटी दुकानों को जल्दी बंद क्यों कराया जा रहा है।
इससे पहले शनिवार को दुकानदारों ने सेक्टर-19 के सदर बाजार में विरोध किया था। उन्होंने कहा कि शहर की बाकी मार्केट की तरह दुकानें खोलने के समय में समानता बरती जानी चाहिए। आखिर उनसे जबरदस्ती दुकान क्यों बंद कराई जा रही हैं। वह खर्च कैसे चलाएंगे। पटेल मार्केट के प्रधान संजीव कुमार के नेतृत्व में आयोजित विरोध प्रदर्शन में उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन और सचिव नरेश जैन के अलावा शहर के विभिन्न छोटी मार्केट के प्रतिनिधि शामिल रहे। इनके अलावा बड़ी संख्या में दुकानदार जुटे।
उद्योग व्यापार मंडल के प्रधान कैलाश चंद जैन ने कहा कि प्रशासन ने छोटे दुकानदारों के साथ सरासर नाइंसाफी है। शहर के शोरूम और दूसरी मार्केट रात 9 बजे बंद होते हैं जबकि छोटी मार्केट को पांच बजे बंद कराया जा रहा है। छोटे दुकानदार पहले ही कोरोना की मार झेल रहे हैं। दो साल से वह मंदी के जाल में फंसे हैं। कोरोना संक्रमण उनकी दुकान जल्दी बंद करने से खत्म नहीं होगा। नियम पूरे शहर में एक जैसे होने चाहिए। मार्केट प्रधान संजीव कुमार ने कहा कि वह रोजाना अलग-अलग मार्केट में विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रशासन को अपने इस फैसले में बदलाव करना होगा। सभी दुकानों और मार्केट का टाइम एक जैसा करना चाहिए। रात सात बजे तक दुकान खोलने की मंजूरी मिलनी चाहिए।
59 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए
कोरोना के संक्रमित मामले लगातार बढ़ रहे हैं। संक्रमण चेन तोड़ने के लिए यूटी प्रशासन अब धड़ाधड़ माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना रहा है। रोजाना बड़ी संख्या में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। रविवार को शहर में 59 नए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए। एक या दो घरों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन के दायरे में रखा गया है। जिस घर में तीन या इससे अधिक केस मिल रहे हैं उन्हें कंटेनमेंट जोन में बदला जा रहा है। शहर के लगभग हर हिस्से में यह जोन बनाए गए हैं।