पीयू प्रशासन की बड़ी लापरवाही, यूजीसी के कहने के बाद भी नहीं बनाई यूनिवर्सिटी खोलने की रणनीति
स्टूडेंट्स कैंपस में आने के लिए ताे बोल रहे हैं लेकिन पीयू प्रशासन कोई पहल नहीं कर रहा है। वहीं कैपस खोलने को लेकर कई छात्र संगठन प्रदर्शन भी कर चुके हैं। बावजूद इसके पीयू प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी को खोलने के लिए अभी तक कोई भी रणनीति तैयार नहीं हुई है। या यूं कहा जाए कि कैंपस खोलने के लिए पीयू अधिकारी गंभीर नहीं हैं। उन्होंने अभी तक खाका तैयार नहीं किया है। पीयू प्रशासन इस बात का भी निर्णय नहीं ले पाया है कि पहले चरण में किस सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को कैंपस में बुलाना है। कैंपस को खोलने के लिए पीयू प्रशासन लगातार लावरवाह रवैया अपना रहा है। आलम यह है कि स्टूडेंट्स कैंपस में आने के लिए ताे बोल रहे हैं, लेकिन पीयू प्रशासन कोई पहल नहीं कर रहा है। वहीं कैपस खोलने को लेकर कई छात्र संगठन प्रदर्शन भी कर चुके हैं और कर भी रहे है। बावजूद इसके पीयू प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
एक माह पहले आया था आदेश
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने देश की सभी यूनिवर्सिटी को खोलने के लिए करीब एक माह पहले आदेश दिया था। उस समय पीयू प्रशासन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया था कि आने वाले समय में वो कैंपस को खोलने के लिए बैठक करेगा। अब एक माह बीत जाने के बाद भी न तो पीयू अधिकारियों की बैठक हुई और न ही अभी तक कैंपस खोलने के लिए किसी कमेटी का गठन ही किया है।
शहर के स्कूल और कालेज हो चुके हैं ओपन
शहर के सरकारी स्कूलों में नौवी से 12वीं की कक्षा लगते हुए करीब तीन माह से ज्यादा का समय हो गया है। वहीं पीयू से मान्यता प्राप्त शहर के सभी कॉलेजों में भी फिजिकल क्लास लगनी शुरू हो गई है। पीयू में कब क्लास लगेगी ये अभी तक किसी को नहीं पता। इस मामले में वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार से लेकर डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन प्रो. आरके सिंगला सभी ने चुप्पी साधी हुई है।
नहीं लगती ऑनलाइन क्लास
लाकडाउन के बाद से यूनिवर्सिटी में आनलाइन पढ़ाई हो रही है। पीयू के कई विभागों में ऐसे टीचर्स हैं, जो ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करवा रहे हैं। अगर ऑनलाइन पढ़ाई हो भी रही है तो वो सिर्फ दो घंटे तक। ऐसे में स्टूडेंट्स के बीच काफी रोष देखने को मिल रहा है।