कोविड हेल्पलाइन पर कार्यरत चंडीगढ़ के प्रो. डॉ. नेमी चंद बोले- नियमों का पालन करें, नहीं होगा कोरोना
कोरोना किसी को भी हो सकता है लेकिन यदि आप नियमों को बेहतर तरीके से मानते हैं तो कोरोना से दूर रह सकते हैं। यह कहना है सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स के प्रोफेसर डॉ. नेमी चंद का।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। कोरोना किसी को भी हो सकता है लेकिन यदि आप नियमों को बेहतर तरीके से मानते हैं तो कोरोना से दूर रह सकते हैं। यह कहना है सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स के प्रोफेसर डॉ. नेमी चंद का। डॉ. नेमी चंद अप्रैल 2020 से लगातार कोविड-19 के तहत सेवाएं दे रहे हैं। उनका मुख्य काम कोविड कंट्रोल रूम में है। जहां पर कोरोना से जुड़ी कॉल्स को सुनना, मरीजों की जरूरतों को पूरा कराना, कंटेनमेंट जोन का निर्माण करना। नियमों को तय करने का काम डॉ. नेमी चंद लगातार कर रहे हैं और कोरोना से पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्हें रोज 12 से 16 घंटे भी काम करना पड़ रहा है।
डॉ. नेमी चंद ने बताया कि कोरोना घातक है लेकिन यदि हम नियमों का पालन करते हैं तो कोरोना को हरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास हमेशा एक पीपीई किट और मेडिकल किट रहती है। घर जाने के बाद भी यदि कभी कोई कॉल आती है जिसमें हमें पेशेंट को घर से लाना है या फिर उसे दवाई, खाना देना है तो उसे बेझिझक नियमों का पालन करते हुए करता हैं। जिससे सुख की अनुभूति होती है जाे कि मेरी सबसे बड़ी कमाई है। मुझे लगता है कि महामारी में काम करना सबसे बड़ी सेवा है।
बच्चों से दूर, लेकिन मोटिवेशन का कर रहा काम
डॉ. नेमी के घर में उनकी पत्नी, दो बच्चों सहित एक भतीजी भी रहती है। उन्होंने कहा कि जब से कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है मैं बच्चों को उतना समय नहीं दे पाता जितना पहले देता था। लेकिन एक बात की खुशी है कि बच्चों के सामने मेरी इज्जत बढ़ गई है। वह हमेशा कहते हैं कि आप अच्छा काम करने के लिए जा रहे हैं। वह हमेशा मुझे मोटिवेट करने की बातें करते हैं। बच्चे कहते हैं कि पापा आपके काम करने से किसी मरीज की जिदंगी बच जाएगी, वह पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। आपको बहुत पुण्य लगेगा जैसी हजारों बातों को वह मुझे सुनाते हैं। जिन्हें सुनकर दिल को बहुत ज्यादा तसल्ली होती है।