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मोहाली से चंडीगढ़ स्थित सीएम आवास घेरने जा रहे कंप्यूटर टीचर्स पर पुलिस ने छोड़ी पानी की बौछारें, कई घायल

कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पंजाब को चंडीगढ़ में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन को इस्तेमाल किया। इसमें कई शिक्षक चोटिल भी हुए हैं। महिला शिक्षकों ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से उनके साथ गलत व्यवहार किया गया। कपडे़ फाडे़ गए।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 05:08 PM (IST)
मोहाली से चंडीगढ़ स्थित सीएम आवास घेरने जा रहे कंप्यूटर टीचर्स पर पुलिस ने छोड़ी पानी की बौछारें, कई घायल
शिक्षकों को रोकने के लिए पानी की बौछारें छोड़ती पुलिस।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली में विभिन्न शिक्षक यूनियन अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। वहीं, वीरवार को चंडीगढ़ स्थित पंजाब मुख्यमंत्री आवास घेरने निकले शिक्षकों को पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा। मोहाली से सीएम आवास घेरने निकले कंप्यूटर टीचरों को रोकने के लिए चंडीगढ़ पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।

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कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पंजाब को चंडीगढ़ में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन को इस्तेमाल किया। इसमें कई शिक्षक चोटिल भी हुए हैं। महिला शिक्षकों ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से उनके साथ गलत व्यवहार किया गया। कपडे़ फाडे़ गए। आइईआरटी विशेष अध्यापक यूनियन ने करीब 2 बजे मोहाली से चंडीगढ़ की तरफ कूच किया, लेकिन मोहाली पुलिस ने वाइपीएस चौक के पास उन्हें रोक लिया। इसके बाद टीचर्स बीच सड़क धरने पर बैठ गए। यूनियन के अध्यक्ष वरिंदर बोहरा ने कहा कि सरकार व विभाग की ओर से उनकी मांगों को नहीं सुना जा रहा। 375 अध्यापकों की भर्ती होने के बावजूद शिक्षकों को पक्का नहीं किया जा रहा। शिक्षक दिव्यांग स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं। बावजूद इसके कर्मचारियों को पक्का क्यों नहीं किया जा रहा। सरकार पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर की तरह झूठे वादे कर रही है। शिक्षकों ने कहा कि उनका संघर्ष जारी रहेगा।

उधर, करीब सात हजार कंप्यूटर अध्यापक चंडीगढ़ में सीएम आवास घेरने निकले थे। जब शिक्षक नहीं रुके तो चंडीगढ़ पुलिस ने बल प्रयोग कर रोका। जिसमें यूनियन के प्रधान गुरदीप सिंह भी चोटिल हो गए। शिक्षकों ने कहा कि सरकार उनकी मांगें मनाने की बजाए उनका शोषण कर रही है। चार साल से सरकार शिक्षकों के साथ मीटिंग कर रही है पर मांगों का हल नहीं निकाला जा रहा। पंजाब में मुख्यमंत्री कोई भी बना नहीं कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। पुलिस के बल प्रयोग के बाद शिक्षक चंडीगढ़ बार्डर पर धरने पर बैठ गए। शिक्षकों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी बात नहीं सुनती वे यहीं बैठे रहेंगे।


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