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जिला अदालत में आरोपित के खिलाफ सबूत पेश नहीं कर पाई चंडीगढ़ पुलिस, 5 साल पुराने केस में युवक बरी

इस बार पुलिस को लताड़ डीएसपी एसपीएस सोंधी और उनके गनमैन पर हमला करने के मामले में लगी है। 5 साल पहले अनमोल पर डीएसपी सोंधी के गनमैन की शिकायत पर सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और सरकारी कर्मी पर हमला करने के आरोप में केस दर्ज हुआ था।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 11:20 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 11:20 AM (IST)
जिला अदालत में आरोपित के खिलाफ सबूत पेश नहीं कर पाई चंडीगढ़ पुलिस, 5 साल पुराने केस में युवक बरी
अदालत ने सबूतों के अभाव में युवक अनमोल को बरी कर दिया है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ जिला अदालत में एक मामले की सुनवाई करते चंडीगढ़ पुलिस को फटकार सुननी पड़ी है। हालांकि यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी अदालत ने यूटी पुलिस को लताड़ लगाई है। इससे पहले नाबालिग को बालिग बता कर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। उसके बाद एक ओर मामले में पुलिस आरोपित के खिलाफ कोर्ट में सबूत पेश नहीं कर पाई, जिस पर पुलिस विभाग को कोर्ट ने फटकार लगाई थी।

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इस बार पुलिस को लताड़ डीएसपी एसपीएस सोंधी और उनके गनमैन पर हमला करने के मामले में लगी है। 5 साल पहले अनमोल पर डीएसपी सोंधी के गनमैन की शिकायत पर सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और सरकारी कर्मी पर हमला करने के आरोप में केस दर्ज हुआ था। कोर्ट ने मामले में आरोपित युवक अनमोल को बरी कर दिया है। अनमोल के एडवोकेट गुरदित्त सिंह सैणी ने कहा कि वारदात के समय डीएसपी के साथ चार कमांडो थे, जिनमें दो गनमैन थे। उनके पास हथियार थे और डीएसपी सोंधी के पास भी सर्विस रिवॉल्वर थी। ऐसे में एक अकेला युवक इतने पुलिसकर्मियों के साथ कैसे भिड़ सकता है। पुलिस ने एक झूठी कहानी बनाई थी। जिस समय से सब कुछ हुआ तब डीएसपी सरकारी गाड़ी से कहीं जा रहे थे, यानी उस जगह पर उनकी ड्यूटी नहीं थी। इसलिए ड्यूटी में बाधा पहुंचाने का केस नहीं बनता। वहीं पुलिस कोर्ट में आरोपित अनमोल के खिलाफ कोई भी सबूत पेश नहीं कर पाई। सबूतों के अभाव में कोर्ट ने अनमोल को बरी कर दिया है।

ये था मामला

16 अक्टूबर 2016 को डीएसपी सोंधी अपनी सरकारी गाड़ी से जा रहे थे। जब वे सेक्टर-24/25 के चौक पर पहुंचे तो उनकी नजर मोटर साइकिल सवार अनमोल पर पड़ी। उसने हेलमेट नहीं पहना था। पुलिस ने उसने रुकने का इशारा किया लेकिन वह भाग निकला। पुलिस ने कुछ दूरी पर ही उसे काबू कर लिया। लेकिन अनमोल ने उनसे धक्का-मुक्की शुरू कर दी जिससे हेड कांस्टेबल बलजीत सिंह जमीन पर गिर गया। डीएसपी सोंधी और बाकी पुलिसकर्मियों ने फौरन अनमोल को काबू किया। उन्होंने उसकी बाइक इंपाउंड कर ली और पुलिस को शिकायत देकर उस पर केस दर्ज करवा दिया।


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