चंडीगढ़ पुलिस ने एस्टेट आफिस में फाइलें जलाने वाले आरोपित चौकीदार को किया गिरफ्तार
चंडीगढ़ में एस्टेट आफिस में फाइलों को जलाने के मामले में सेक्टर-17 थाना पुलिस ने आरोपित चौकीदार पंकज की उसके घर पंजाब स्थित राजपुरा से गिरफ्तारी दिखाई है। थाना प्रभारी राम रतन शर्मा ने पहले दावा किया था कि आरोपित चौकीदार अपने राजपुुरा घर ही नहीं गया।
चंडीगढ़, जेएनएन। एस्टेट आफिस में करोड़ों की फाइलों को जलाने के मामले में सेक्टर-17 थाना पुलिस ने आरोपित चौकीदार पंकज की उसके घर पंजाब स्थित राजपुरा से गिरफ्तारी दिखाई है। हैरानी की बात है कि थाना प्रभारी राम रतन शर्मा ने दावा किया था कि वारदात के बाद से आरोपित चौकीदार अपने राजपुुरा घर ही नहीं गया। जबकि उसकी तलाश में तीन बार पुलिस टीम उसके घर पर छापामारी करने के साथ उसके स्वजनों से भी लंबी पूछताछ कर चुकी है।
इसके बावजूद अब चौकीदार पंकज की गिरफ्तारी की बात फैलने के बाद थाना पुलिस ने रातों रात ही उसकी गिरफ्तारी दिखा दी है। इससे पहले भी पंकज के बयान और एसएसपी को लिखित पत्र में पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर चुके थे। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस की लेटलतिफी पर भी सवाल खड़े हो गए। जिसका जवाब चंडीगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों सहित थाना प्रभारी राम रतन शर्मा के पास नहीं है।
एक दिन पहले ही एसएसपी से लगाई थी गुहार
एसएसपी को दिए पत्र में चौकीदार पंकज ने लिखा कि 17 जनवरी की शाम आफिस में आने के बाद सिक्योरिटी गार्ड संदीप गायब था। मुख्य गेट छोड़कर जाने के सवाल पर उसने बताया कि अंदर चार लोग किसी अफसर की अनुमति पर आए है। इस दौरान आरोप है कि पुलिसकर्मी कर्मवीर ने उसके साथ मारपीट करने के साथ गाड़ी का एक्सीडेंट करने की बात बोलकर दो हजार रुपये अपने अकाउंट में गूगल पे भी करवा लिया था। थाना पुलिस कर्मवीर का अकाउंट, संदीप की भूमिका सहित वारदात के एक दिन पहले की सीसीटीवी फुटेज खंगालकर केस की तह तक जा सकती है। इस सभी मामले की जानकारी इंचार्ज नरेश को भी काल कर दी गई है।
चौकीदार ने बताया कि जहां से फाइलें जली है, वहां उसकी सिर्फ रविवार को ड्यूटी होती है। इसके अलावा वह दूसरे विंग का चौकीदार है। उसने बताया कि वह ज्यादा पढ़ा लिखा भी नहीं है और एस्टेट आफिस के अंदर में रखी हजारों फाइलों के बारे में उसे कैसे जानकारी हो सकती है। इस मामले में उसे साजिश के तहत बड़े लोग, अधिकारी और पुुलिसकर्मियों को बचाने के चक्कर में झूठा फंसाया जा रहा है।