जालंधर से लापता बच्चे के लिए 'बजरंगी भाईजान' बने Chandigarh Police के एएसआई और कांस्टेबल
छह जनवरी को सेक्टर-17 बस स्टैंड के पास चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को बच्चा मिला था। वह गलती से जालंधर से बस में बैठ चंडीगढ़ पहुंच गया था।
चंडीगढ़, जेएनएन। जालंधर से लापता बच्चे के लिए चंडीगढ़ पुलिस विभाग के कर्मी 'बजरंगी भाईजान' साबित हुए। उन्होंने बच्चे की आधी-अधूरी जानकारी के आधार पर उसकी निशानदेही पर जालंधर में उसके घर की पहचान करवाकर उसे उसके माता-पिता तक पहुंचा दिया। जालंधर के चूना भट्टी निवासी बच्चे के माता-पिता ने चंडीगढ़ पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर बल्लू सिंह और कांस्टेबल मंजीत सिंह का उनके इस काम के लिए आभार व्यक्त किया है। फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में हनुमान जी भक्त नायक पवन (सलमान खान) को हरियाणा में एक बच्ची मिलती है। वह बोल नहीं पाती है। नायक अपनी जान पर खेलकर उसे पाकिस्तान में उसके स्वजनों से तक पहुंचाता है।
बच्चे ने की मैकेनिक की दुकान की पहचान
6 जनवरी को सेक्टर-17 बस स्टैंड के पास चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को एक नौ वर्षीय बच्चा मिला था। उसे टीम ने मलोया स्थित स्नेहालय में पहुंचा दिया। वहां उसने अपना नाम सुमित (काल्पनिक) और पता जालंधर में चूना भट्टी तक बताया था। वह गलती से घर के पास बस में बैठकर चंडीगढ़ पहुंच गया था। हालांकि इससे ज्यादा बच्चे को कुछ भी जानकारी नहीं थी। इसके बाद एएसआइ बल्लू सिंह और कांस्टेबल मंजीत सिंह ने बच्चे को चूना भट्टी की अलग-अलग जगह दिखाईं।
इस दौरान बच्चे ने चूना भट्टी स्थित एक मैकेनिक की शॉप की पहचान कर ली। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उस दुकानदार से मोबाइल पर संपर्क किया। उन्होंने उसे बच्चे के लापता होने की सूचना दी। इस पर मैकेनिक ने बच्चे के माता-पिता का पता लगाया और उनके बारे में पूरी जानकारी एकत्र करके पुलिस को दी। जिसके बाद सुमित के माता-पिता के मोबाइल पर संपर्क कर बातचीत कर उन्हें चंडीगढ़ बुला लिया गया। 21 जनवरी को बच्चे के बयान और उससे संबंधित दस्तावेजों को पूरी तरह से वेरिफाई करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
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