महान फुटबॉलर माराडोना को चंडीगढ़ के खिलाड़ियों ने दी श्रद्धांजलि, कहा- सदी में पैदा होते हैं ऐसे खिलाड़ी
महान फुटबॉल खिलड़ा डिएगो माराडोना के देहांत के बाद शहर के खिलाड़ियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। शहर के फुटबॉल प्लेयर्स और कोचिज ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया देकर उनके खेल को याद भी किया। खिलाड़ियों का मानना है कि माराडोना जैसा खिलाड़ी सदी में पैदा होते हैं।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। टॉप फुटबॉलरों में शुमार डिएगो माराडोना (Diego Maradona) का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से देहांत हो गया। इस सदमे से पूरे खेल जगत में शौक की लहर है। शहर में फुटबॉल कोच (Football Coach) और खिलाडि़यों (Football Players) ने भी माराडोना को भावपूर्ण श्रद्धांजलि (pay tribute) दी।
माराडोना के देहांत को शहर के फुटबॉल कोच ने ऐसी क्षति बताया जिसको पूरा नहीं किया जा सकता। इस महान फुटबॉलर की मौत के बाद दैनिक जागरण ने शहर फुटबॉल कोच और खिलाड़ियों से बात की।
ड्रिबल के बादशाह थे माराडोना: संदीप सिंह
चंडीगढ़ स्पोर्ट्स विभाग के फुटबॉल कोच संदीप ने कहा कि मारोडोना जब भी मैदान में खेलने उतरते थे तो तीन-चार खिलाडिय़ों के लिए उन्हें रोकना मुश्किल होता था। मेरी नजरों फुटबॉल में उनके जैसा ड्रिबल कोई नहीं करता, जिसकी वजह से वो ड्रिबल के बादशाह थे। ऐसे खिलाड़ी सदियों में पैदा होते हैं। एक समय में दस नंबर जर्सी का क्रेज था, इसका कारण था कि माराडोना की जर्सी का नंबर 10 था जिसकी वजह से हर खिलाड़ी इस नंबर को पहनना पसंद करते थे।
लेफ्ट फुट से लगाते थे शानदार ड्रिबल
सेक्टर-45 स्थित सेंट स्टीफन स्कूल के फुटबॉल कोच सुरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने माराडोना को देख कर ही फुटबॉल खेलना शुरू किया था। वो अकेले ही मैदान पर दिखाई देते थे। उनके द्वारा लेफ्ट फुट से किया गया ड्रिबल का किसी के पास कोई तोड़ नहीं था। सुरेंद्र ने कहा कि माराडोना की वजह से आज भी अर्जेंटीना उनकी पसंदीदा टीम है।
प्रेरणास्रोत थे माराडोना: दीपिका
शहर की युवा फुटबॉल खिलाड़ी दीपिका ने कहा कि मारोडोना उनके जैसे कारोड़ों फुटबॉल प्रेमियों और खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणास्रोत थे। हम उनकी वीडियो देखकर उस मूव की प्रेक्टिस मैदान में करते है। उनको हमेशा याद किया जाएगा।
खिलाड़ियों के दिलों में रहेंगे जिंदा
सीनियर नेशनल खिलाड़ी भावना ने कहा कि माराडोना हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। जो योगदान उन्होंने फुटबॉल को दिया, उसी वजह से फुटबॉल आज दुनिया में नंबर एक खेल है। हमें उनके जाने का दुख है।
ड्रिबल की करती हूं प्रेक्टिस: प्रिया
सीनियर नेशनल खिलाड़ी प्रिया ने कहा कि वे आज भी लेफ्ट फुट से माराडोना की तरह ड्रिबल लगाने का प्रयास करती हैं। उनकी तरह हैडर और रनिंग सहित कई ऐसी बातें है जो सिर्फ माराडोना में थी। फुटबॉल को दूसरा माराडोना कभी नहीं मिल सकता।