गप-शप : लाट साहब की फिटनेस ने छुड़ाए पसीने, छुट्टी वाले दिन साइकिल के पैडल मार रहे अफसर
गवर्नर हाउस से लेकर यूटी सेक्रेटेरिएट तक लाट साहब आगे-आगे और पीछे-पीछे हांफते हुए अफसर। मात्र तीन किलोमीटर के सफर में ही कई अफसरों की जीभ बाहर निकल आई।
चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। इन दिनों प्रशासन के अफसरों में फिट होने की होड़ लगी हुई है। लाट साहब ने एक दिन साइकिल क्या चलवाई, सभी अफसरों को फिटनेस याद आ गई। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने अफसरों को अपनी फिटनेस दिखा दी। गवर्नर हाउस से लेकर यूटी सेक्रेटेरिएट तक लाट साहब आगे-आगे और पीछे-पीछे हांफते हुए अफसर। मात्र तीन किलोमीटर के सफर में ही कई अफसरों की जीभ बाहर निकल आई। लाट साहब राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। इसलिए हर सुबह फिटनेस के लिए भी टाइम निकालते हैं। अफसरों को अब चिंता इस बात की है कि कहीं एक बार फिर लाट साहब साइकिल चलाने को न कह दें, इसलिए प्रशासन और पुलिस के कई अफसरों ने छुट्टी वाले दिन साइकिल चलाना शुरू कर दिया है। अब लाट साहब को अपनी फिटनेस जो दिखानी है।
स्टाइलिश मेयर मैम
राडो की घड़ी, रेबैन का चश्मा, गुच्ची का पर्स। शहर की नई मेयर मैम स्टाइलिश हैं। लग्जरी लाइफस्टाइल लेकिन बोलचाल में सादगी। मैम पार्टी के नए प्रेसिडेंट के नियुक्ति समारोह में पहुंचीं तो पार्टी ऑफिस के भीतर भी चश्मा लगाए हुए थी। अब पार्टी वर्कर एक-दूसरे से सवाल पूछ रहे थे कि हाल के भीतर चश्मा लगाने का क्या काम। जो मैडम का लाइफस्टाइल जानते थे उनके लिए यह आम बात थी लेकिन पार्टी के आम वर्कर यही सोच रहे थे कि मैडम उनसे आंखें चुरा रही हैं। अब उन्हें कौन समझाए की मैडम चश्मे के भीतर से उन्हीं को देखती हैं जिन्हें देखना चाहिए। वहीं, मैडम ने मेयर बनते ही सबसे पहला काम किया कि अपने कार्यालय में ही बदलाव कर दिया। कार्यालय में लकड़ी की दीवार बना दी गई जिसका फायदा यह है कि अब मेयर को मिलने वाले अधिकारी सीधा पीछे वाले कमरे में चले जाते हैं और कमरे में बैठे लोगों और पार्षदों को पता भी नहीं चलता है कि कौन अधिकारी मिलने के लिए आया है।
अंडरपास बना आर्ट गैलरी
प्रशासन के अफसरों के भी क्या कहने। बनाया था अंडरपास और लोकप्रिय हो गया आर्ट गैलरी के रूप में। करोड़ों रुपये लगाकर इंजिनियरिंग डिपार्टमेंट ने जनमार्ग पर अंडरपास बनाया। अब डर यह था कि कहीं यह अंडरपास भी फेल न हो जाए। प्रोजेक्ट सवालों के घेरे में न आ जाए, इसलिए नया तरीका खोजा गया। अंडरपास में आर्ट गैलरी बना दी गई। फिर क्या था अंडरपास से कोई गुजरे या न गुजरे, आर्ट वर्क तो देखने लोग आएंगे ही। अब हाल यह है कि अंडरपास आर्ट गैलरी के रूप में फेमस हो गया है। एक-दो नहीं, तीन-तीन महीने की बुकिंग चल रही है। कलाकारों को बैठे-बैठाए फ्री में आर्ट गैलरी मिल गई और इंजिनियरिंग डिपार्टमेंट के अफसरों की प्रोजेक्ट फेल होने की चिंता दूर हो गई।
अब नेताजी क्रिकेट में जमाएंगे धाक
चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन 10 साल तक पार्टी के प्रेसिडेंट रहे। अब उनकी नई पारी चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन में शुरू हुई है। चडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआइ से मान्यता मिल गई है। टंडन को चंडीगढ़ भाजपा में प्रेसिडेंट के पद पर पिछले 10 साल में किसी ने भी चुनौती नहीं दी। जब तक टंडन ने चाहा प्रेसिडेंट पद पर बने रहे। अब यही हाल चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन में भी होगा। एसोसिएशन के मेंबर्स में से अधिकांश टंडन के समर्थक हैं। जब चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन को मान्यता टंडन ने दिलाई है, तो फिर अध्यक्ष पद पर उन्हें चुनौती कौन दे। शहर के क्रिकेट खिलाड़ी कह रहे कि जिस तरह टंडन ने भाजपा को चंडीगढ़ में खड़ा किया, उसी तरह क्रिकेट को भी ऊंचाई पर पहुंचाएंगे। टंडन भी अब पार्टी से ज्यादा क्रिकेट को ज्यादा समय देने की तैयारी कर रहे हैं।
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