चंडीगढ़ की नई मेयर सरबजीत कौर बोलीं- मैं जाट सिखणी हूं जो आंख दिखाएगा उसको वैसा ही जवाब मिलेगा
Chandigarh New Mayor चंडीगढ़ की फर्स्ट पर्सन भाजपा मेयर सरबजीत कौर के सामने कई तहर की चुनौतियां हैं। 42 साल की सरबजीत कौर ने मेयर बनने के बाद अपने इरादे भी साफ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं जाट सिखणी हूं जो आंख दिखाएगा उसे वैसा ही जवाब मिलेगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh New Mayor: चंडीगढ़ की फर्स्ट पर्सन भाजपा मेयर सरबजीत कौर के सामने कई तहर की चुनौतियां हैं। नई मेयर को राजनीति का अनुभव कम होने और नगर निगम में वित्तीय संकट होने के कारण उन्हें सभी दलों के पार्षदों को साथ लेकर चलने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। 42 साल की सरबजीत कौर ने मेयर बनने के बाद अपने इरादे भी साफ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं जाट सिखणी हूं, जो आंख दिखाएगा उसे वैसा ही जवाब मिलेगा।
मेयर बनने के बाद ही सरबजीत कौर का दावा है कि वह बेशक राजनीति में नई हैं लेकिन उनके पति पहले से राजनीति में हैं। पार्टी के सीनियर नेताओं और शहरवासियों की समय-समय पर राय लेकर नगर निगम को मजबूती से चलाया जाएगा। दैनिक जागरण ने चंडीगढ़ की नई मेयर के खास बातचीत की और उनसे उनके आगे की प्लानिंग को लेकर भी सवाल किए जिनका मेयर सरबजीत कौर ने जवाब दिए हैं।
सवाल- आपकी क्या प्राथमिकता रहेगी,आपको क्या क्या चुनौतियां लगती है
जवाब- इस समय पूरे शहर की प्राथमिकता है कि जो स्वच्छता रैकिंग में चंडीगढ़ पिछड़ा है उसको दूर करते हुए चंडीगढ़ को फिर से नंबर वन पर लाया जाए। शहर ही नहीं गांव और कॉलोनियां भी साफ सुथरी दिखे। फिर से शहर को नंबर वन पर लाने के लिए शहरवासियों से भी अपील है कि सभी निगम का सहयोग करें। लोगों के साथ मिलकर जन अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने का जो प्रोजेक्ट पास हुआ है उसे जल्द जल्द से शुरू करवाने की कोशिश रहेगी। इस समय डंपिंग ग्राउंड डड्डूमाजरा का ही नहीं पूरे शहर का गंभीर मुद्दा है। मेयर कार्यकाल में ही डंपिंग ग्राउंड का सारा कचरा प्रोसेस हो जाए और वहां पर खेलने का मैदान बने तभी मुझे भी लगेगा कि मैंने कुछ किया है। शहर में स्मार्ट पार्किंग की व्यवस्था को लागू किया जाएगा।
सवाल- अप्रैल में पानी के रेट बढ़ने जा रहे हैं, चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा था, क्या भाजपा को इससे नुकसान हुआ
जवाब- पानी के रेट के मामले को वह पार्टी हाईकमान में उठाएगी। लोकहित में फैसले लिए जाएंगे। पानी के रेट न बढ़े इसके लिए वह प्रशासक से भी बात करेंगे। पार्टी के प्रयास से ही कोरोना काल में पहले भी पानी के बढ़े हुए रेट पर रोक लगवाई थी। आगे भी पूरा प्रयास रहेगा कि यह रेट न बढ़े। अपने कार्यकाल में कोई नया टैक्स नहीं लगाया जाएगा। आय के साधन बढ़ाने के लिए अन्य अवसर तलाशे जाएंगे। कोरोना काल में और कोई राहत दी जा सकती है इसके लिए जल्द अधिकारियों से बैठक करेंगी।
सवाल- इस समय शहर के गांवों की हालत खस्ता है। इसके लिए आपका क्या विजन रहेगा
जवाब- मैं खुद गांव से हूं और वह इस समय भी ग्रामीण एरिया में रहती हूं। ऐसे में मैं भली-भांति जानती हूं कि गांव के लोग किस किस परेशानी से जूझ रहे हैं। पहले जो अधिकारी गांव वालों को नजयाज तंग करते थे अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। गांव की इमारतों का चाहे मंजिल ऊंची करने का मामला हो या एनओसी का मामला। हर मामले को सुलझाया जाएगा। गांव का विकास करवाना मेरी प्राथमिकता में हैं।
सवाल- आम आदमी के पार्षदों ने जो सदन में किया उस पर क्या कहना है
जवाब- जैसा कि सभी ने देखा कि आप के पार्षदों ने मेयर की कुर्सी छीनने का प्रयास किया। मैं डरने वाली नहीं हूं। मैं जाट सिख हूं। जो आंखे दिखाएगा उसे वैसा ही जवाब मिलेगा। जो प्यार से सदन में साथ देगा उसके साथ मैं शहर के विकास के लिए खड़ी हूं। यह अब विपक्ष को भी समझना होगा कि मैं अब भाजपा की नहीं पूरे शहर की मेयर हूं। सभी पार्षदाें को नगर निगम की बेहतरी के लिए साथ देना चाहिए।
सवाल- शहर में अफसरशाही हावी है, इस पर आपका क्या कहना है
जवाब- अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल के साथ काम किया जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी अधिकारी शहर के विकास के लिए मेरा साथ देंगे। अगर कोई साथ नहीं देगा तो नकेल कसने में भी पीछे नहीं रहूंगी। लाेगों को साथ लेकर चला जाएगा। कोरोना में सभी अपना अपना ध्यान रखें। जहां भी जरूरत होगी मैं लोगों के साथ खड़ी रहूंगी। शहर की बेहतरी के लिए कोई भी शहरवासी मुझसे कभी भी संपर्क कर सकता है।