Chandigarh: गुरलाल बराड़ मर्डर मामले में बंबीहा ग्रुप के शूटर चमकौर पर भी चलेगा हत्या का केस
बीते साल 10 अक्टूबर देर रात को गुरलाल बराड़ इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक मॉल के बाहर अपनी गाड़ी में बैठा था। उसी समय दो नकाबपोश बाइक सवार उसकी गाड़ी के पास आए और कई राउंड गोलियां चलानी शुरू कर दी। गुरलाल के सिर छाती और बाजू पर गोलियां लगीं थी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पिछले साल पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन सोपू के स्टूडेंट लीडर गुरलाल बराड़ की हत्या कर दी गई थी। अब इस घटना के एक साल बाद बंबीहा ग्रुप के शूटर चमकौर उर्फ बैंत पर भी हत्या और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत चंडीगढ़ जिला अदालत में केस चलेगा। चमकौर के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट फाइल कर दी है। इससे पहले इसी साल जनवरी में पुलिस ने दो आरोपितों गुरविंदर और गुरमीत सिंह के खिलाफ भी चार्जशीट फाइल की थी। इस केस में गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह ढाहा उर्फ बाबा भी आरोपित है। अभी हाल ही में मोगा पुलिस ने चमकौर को गिरफ्तार किया था। वहां पूछताछ में उसने गुरलाल बराड़ के मर्डर में उसका भी हाथ होने की बात कबूल की थी।
पिछले साल 10 अक्टूबर देर रात को गुरलाल बराड़ इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक मॉल के बाहर अपनी गाड़ी में बैठा था। उसी समय दो नकाबपोश बाइक सवार उसकी गाड़ी के पास आए और कई राउंड गोलियां चलानी शुरू कर दी। गाड़ी में बैठे गुरलाल के सिर, छाती और बाजू पर गोलियां लगीं थी। पुलिस व गुरलाल के दोस्त उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इस घटना के 10 दिन बाद पुलिस ने 20 अक्टूबर 2020 को गुरविंदर सिंह को गिरफ्तार किया था और 25 अक्टूबर 2020 को गुरमीत सिंह उर्फ गित्ता को भी पुलिस ने दबोचा था। इन दोनों को शूटर्स को हत्याकांड के लिए बाइक दी थी। पुलिस को वारदात के बाद एक लावारिस बाइक बरामद हुई थी, जिसके जरिये पुलिस इन दोनों आरोपितों तक पहुंची थी।
बंबिहा ग्रुप ने ली थी जिम्मेदारी
पुलिस ने इस केस में गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह ढाहां को भी प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की थी।उसने बताया था कि गुरलाल की हत्या बदले की भावना से की गई थी। 2017 में कोटकपूरा में बंबीहा ग्रुप के लवि दयोड़ा की हत्या हुई थी और उस हत्याकांड में गुरलाल सस्पेक्ट था। वहीं, गुरलाल की हत्या के बाद बंबीहा ग्रुप ने साेशल मीडिया के जरिए इस केस की जिम्मेदारी ली थी।लवि के भाई विनय दयोड़ा की भी इस हत्या में भूमिका सामने आई थी। हालांकि उसे पुलिस पकड़ नहीं सकी।