Chandigarh MC Polls: कांग्रेस ने हटाए चारों प्रवक्ता, इनमें टिकट न पाने वाले हरमेल केसरी भी शामिल
मालूम हो कि लक्की सतीश कैंथ और सतीश कैंथ इस समय नगर निगम का चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन हरमेल केसरी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इन चारों के स्थान पर अब वकील राजेश शर्मा और राजीव वर्मा को नए प्रवक्ता बनाया गया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। निगन चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने चारों प्रवक्ताओं पद मुक्त कर दिया है। अभी तक यह जिम्मेवारी एचएस लक्की, हरमेल केसरी, सतीश कैंथ और सतीश कैंथ के पास थी। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि चुनाव में व्यस्त होने के कारण इन नेताओं को प्रवक्ता की जिम्मेवारी से पद मुक्त किया गया है।मालूम हो कि हरमेल केसरी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता थे जबकि अन्य के पास प्रवक्ता की जिम्मेवारी थी। इनकी जगह पर वकील राजेश शर्मा और राजीव वर्मा को नए प्रवक्ता बनाया गया है। मालूम हो कि लक्की, सतीश कैंथ और सतीश कैंथ इस समय नगर निगम का चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन हरमेल केसरी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। केसरी के पास इस समय प्रदेश महासचिव की जिम्मेवारी है।
मालूम हो कि इस समय उम्मीदवार तय होने के बाद कांग्रेस में सबसे ज्यादा नेता पद छोड़ रहे हैं। सगठन सचिव सियाराम, हीरा लाल कुंद्रा, यंकी कालिया, प्रदेश महासचिव शशि शंकर तिवारी सहित कई नेता पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। इनकी जगह पर भी चुनाव में नए नेताओं को जिम्मेवारी दी जाएगी।
पत्नी को टिकट न दिए जाने से नाराज चल रहे हरमेल केसरी
हरमेल केसरी भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। वह अपनी पत्नी के लिए वार्ड नंबर- वार्ड नंबर-18 से टिकट मांग रहे थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं दी गई। इस कारण अब वह घर बैठ गए हैं। वहीं, शीला फूल सिंह की टिकट काट दी गई है जिस कारण वह और उनके समर्थक नाराज हैं। सूत्रों का कहना है कि इस नाराजगी का फायदा उठाने के लिए भाजपा के कई नेता शीला फूल सिंह के संपर्क में हैं। शीला फूल सिंह को उम्मीदवार न बनाए जाने पर धनास समाज भी नाराज है। उनके नेताओं ने घोषणा की हुई है कि इस बार चुनाव में वह कांग्रेस का साथ नहीं देंगे।
एक अन्य सगठन सचिव हरजिंदर सिंह ने शीला फूल सिंह को टिकट न देने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि तीन बार से लगातार चुनाव जीत रहीं पार्षद शीला फूल सिंह का टिकट काट दिया गया जबकि जो लगातार चुनाव हार रहे हैं, उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है। यह समझ से परे है कि उम्मीदवार तय करने के लिए क्या नियम अपनाया गया। हरजिंदर सिंह अपने भाई कुलबीर सिंह के लिए टिकट मांग रहे हैं। वहीं बापूधाम से वरिष्ठ नेता कृष्ण लाल भी नाराज है। ऐसी नाराजगी का दौर भाजपा में भी चल रहा है।