शराब तस्करी के मामले में अफसरों ने अपनी जान बचाने को एक्साइज इंस्पेक्टर को वापस भेजा पंजाब
क्राइम ब्रांच ने एक्साइज डिपार्टमेंट को नोटिस दे एरिया ईटीओ एक्साइज इंस्पेक्टर और एईटीसी से जवाब ही मांगा था कि एक्साइज इंस्पेक्टर अमरदीप को पंजाब भेज दिया गया।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। इंडस्ट्रियल एरिया फेज एक के एनवी डिस्टिलरी प्लांट से शराब तस्करी के मामले में नया मोड़ आया है। क्राइम ब्रांच की टीम का दावा है कि एनवी डिस्टिलरी प्लांट से दूध के टैंकर में जो 440 पेटियां शराब की गुजरात में तस्करी के लिए जाते पकड़ी गई थी। उसमें यूटी एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट के कई ईटीओ और विभाग के बड़े अधिकारी शामिल हैं। क्राइम ब्रांच की जांच जैसे ही एक्साइज डिपार्टमेंट के ईटीओ और सीनियर अफसरों पर घूमी। अफसरों ने अपनी जान बचाने के लिए इस शराब तस्करी का सारा ठीकरा इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 के एक्साइज इंस्पेक्टर अमरदीप सिंह पर फोड़ दिया। क्राइम ब्रांच ने एक्साइज डिपार्टमेंट को सिर्फ नोटिस कर एरिया ईटीओ, एक्साइज इंस्पेक्टर और एईटीसी से जवाब ही मांगा था कि डिपार्टमेंट के सीनियर अफसरों ने एक्साइज इंस्पेक्टर को वापस पंजाब भेज दिया।
एक्साइज इंस्पेक्टर की नहीं गलती, विभाग के सीनियर अफसर हो सकते हैं शामिल
मामले में क्राइम ब्रांच की अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि एरिया एक्साइज इंस्पेक्टर अमरदीप सिंह की कोई गलती नहीं है। क्योंकि इंस्पेक्टर अमरदीप सिंह उस दिन भी एनवी डिस्टिलरी बॉटलिंग प्लांट से गोदाम को ताला लगवाकर और रीसिविंग लेकर आए थे। इसके बावजूद रात में गोदाम से दूसरे दरवाजे से घुसकर 440 पेटियां शराब की निकालकर दूध के टैंकर में गुजरात भेजी जा रही थी। जब चंडीगढ़ पुलिस और क्राइम ब्रांच को इसकी सूचना मिली। दूध के टैंकर को पकड़ लिया गया।
पहले भी तस्करी मामले में लाइसेंस हो चुका है सस्पेंड
करीब एक साल पहले भी एनवी डिस्टिलरी से हरियाणा में शराब तस्करी होते पकड़ी गई थी। इस दौरान भी एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने इस प्लांट पर मामूली सा जुर्माना लगाकर और एक हफ्ते के लिए लाइसेंस सस्पेंड कर दिया था।
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