इस साल भी शिक्षा विभाग को डेपुटेशन का सहारा, खाली पदों पर पंजाब-हरियाणा के टीचर्स किए जाएंगे भर्ती
चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा राज्यों से डेपुटेशन पर आए टीचर्स की भरमार। अब एक बार फिर शहर में टीचर्स की भर्ती निकली है। इस बार भी शिक्षा विभाग ने दूसरे राज्यों की और रुख किया है।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। शहर के सरकारी स्कूलों से सितंबर माह में कई टीचर्स रिटायर्ड हो रहे है। इस वजह से स्कूलों में टीचर्स के पद खाली होने वाले है। हालांकि विभाग ने इन पदों को भरने के लिए भर्तियां निकालने का एलान कर दिया है। लेकिन खाली पदों को भरने के लिए विभाग को इस वर्ष भी दूसरे राज्यों का सहारा है। जब भी शहर में टीचर्स की भर्ती निकली है, शिक्षा विभाग ने दूसरे राज्यों की और रुख किया है। इस वर्ष भी शिक्षा विभाग दूसरे राज्यों के सहारे है।
गौरतलब है कि शहर में पहले भी बड़ी संख्या में टीचर्स डेपुटेशन पर आए है। समय पूरा होने के बावजूद ये टीचर्स चंडीगढ़ छोड़कर अपने गृह राज्य नहीं गएॉ। चंडीगढ़ में दूसरे राज्यों के मुकाबले में वेतन से लेकर सभी सुविधा ज्यादा है। इसलिए जो भी टीचर्स दूसरे राज्यों से यहां एक बार आ जाते है, वो वापस नहीं जाते है।
पंजाब और हरियाणा का सहारा
चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा राज्यों से डेपुटेशन पर आए टीचर्स की भरमार। कई टीचर्स को डेपुटेशन पर आए हुए 10 वर्षों से अधिक का समय हो गया है। इस समय अवधि में डेपुटेशन पर आए हुए टीचर्स वापस नहीं गए।
नियमों को ताक पर रख डेपुटेशन टीचर को दिया जा रहा प्रमोशन
शहर में सभी नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा डेपुटेशन पर आए हुए कहीं टीचर्स को प्रमोशन देकर सरकारी स्कूलों में हेड और प्रिंसिपल की पोस्ट दे दी गई है। शिक्षा विभाग खुद ही सभी नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है।
डेढ़ सौ से ज्यादा पद है खाली
शहर के सरकारी स्कूलों में एनटीटी, टीजीटी और जेबीटी टीचर्स को मिलाकर डेढ़ सौ से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। इन पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जल्द ही भर्तियां निकाली जाएंगी।
अस्थाई टीचर्स के लिए नहीं प्रमोशन
शहर में अस्थाई रूप से काम कर रहे टीचर्स को शिक्षा विभाग द्वारा प्रमोशन नहीं दिया जा रहा है। यह डीजल लंबे समय से शहर के सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं। इन टीचर्स का सिलेक्शन सर्व शिक्षा अभियान और समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया गया है।
ओवर स्टे टीचर्स की शहर में भरमार
जहां एक और शहर में डेपुटेशन टीचर्स की भरमार है वहीं दूसरी ओर ओवरस्टे टीचर भी कम नहीं है। सूत्रों के अनुसार शहर के सरकारी स्कूलों में 100 से ज्यादा शिक्षक ओवर स्टे हैं।
हमारी शिक्षा विभाग से अपील है कि जब भी वह टीचर्स की भर्ती निकाले तो शहर के युवाओं को तवज्जो दें। हर बार पंजाब और हरियाणा राज्य के डेपुटेशन पर आए टीचर शहर में अपना हक जताते हैं जबकि शहर के बच्चे ही बेरोजगार घूमते रहते हैं।
स्वर्ण सिंह कंबोज, प्रधान यूपी कैडर एम्पलाई यूनियन।