मनीमाजरा प्रोजेक्टः टेंडर में आई एक कंपनी को काम अलॉट किया जाए या नहीं, फैसला आज
एक बिड आने से स्मार्ट सिटी टेंडर अलॉट नहीं किया जा सकता है। शुक्रवार को टेक्निकल कमेटी की बैठक में निगम कमिश्नर केके यादव इस पर फैसला लेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। मनीमाजरा में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के प्रोजेक्ट पर शुक्रवार को टेक्निकल कमेटी की बैठक बुलाई गई है। इसमें कमिश्नर केके यादव भी उपस्थित रहेंगे। इस प्रोेेजेक्ट के टेंडर में सिर्फ एक ही कंपनी की बिड आई है। एक बिड आने से स्मार्ट सिटी टेंडर अलॉट नहीं किया जा सकता है। अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को कमेटी की बैठक में अगर कमिश्नर अकेली कंपनी की बिड खोलने की मंजूरी देते हैं तो खोल दी जाएगी।
मालूम हो कि इससे पहले आए टेंडर में भी एक ही कंपनी की बिड आई थी। ऐसे में इस कंपनी को टेंडर अलॉट करने का निर्णय कमिश्नर पर निर्भर है। अगर मंजूरी नहीं मिलती है तो स्मार्ट सिटी ने फिर से शार्ट नोटिस पर टेंडर रीकाल करने का निर्णय लेगी। बाकि अब स्मार्ट सिटी ने अब कंपनियाें को ज्वाइंट वेंचर में प्रोजेक्ट पर काम करने का मौका दे दिया है।
बता दें कि प्रोजेक्ट के तहत 162 करोड़ 90 लाख का टेंडर कॉल किया गया था। इसमें 24 घंटे वाटर सप्लाई और 15 साल की मेंटेनेंस एंड ऑपरेशन का काम है। इस प्रोजेक्ट के तहत मनीमाजरा में अभी 12742 मीटर लाइन बिछी हुई है, जबकि 2577 मीटर अतिरिक्त लाइन बिछाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट के तहत मनीमाजरा में भी स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल डाटा एक्यूजेशन) बनाया जाएगा। यहां पर कर्मचारी बैठकर मनीमाजरा की वाटर सप्लाई लाइन में फाल्ट, लीकेज या टूटने का पता लगा सकेगा। लाइन पर इलीगल कनेक्शन लगाकर पानी चोरी करने वालों का भी स्काडा से ही पता चल सकेगा। फाल्ट आने पर कंट्रोल रूम से एरिया एसडीओ और जेई के मोबाइल पर मैसेज जाएगा। इसके बाद लाइनें दुरुस्त होंगी। इसी स्काडा को एमसी ऑफिस में बने कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा।