Chandigarh Coronavirus Effect: पुलिस हेडक्वार्टर में बिना अनुमति एंट्री बंद, नियम तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई
चंडीगढ़ पुलिस हेडक्वार्टर में अधिकारियों से मिलने फाइल पहुंचाने पब्लिक विंडो पर शिकायत देने के पहले से अनुमति लेनी होगी। इसके लिए एसपी हेडक्वार्टर मनोज कुमार मीणा से अनुमति लेनी होगी। नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश हैं।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर पुलिस विभाग ने हेडक्वार्टर में आने-जाने वालों पर सख्ती बरतने के आदेश दिए है। हेडक्वार्टर में अधिकारियों से मिलने, फाइल पहुंचाने, पब्लिक विंडो पर शिकायत देने के पहले से अनुमति लेनी होगी। इसके लिए एसपी हेडक्वार्टर मनोज कुमार मीणा से अनुमति लेनी होगी।
एसपी के आदेशानुसार किसी भी तरह की लापरवाही या नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले कोरोना की पहली लहर में पब्लिक विंडो इंचार्ज, पांच कर्मचारी सहित अन्य पुलिस मुलाजिमों को संक्रमित होने के बाद पब्लिक विंडो पूरी तरह से बंद किया गया था। जिसके बाद स्थिति नार्मल देखकर पब्लिक विंडो खोला गया है।
दूसरी डोज लगवाने के बाद डीजीपी हो चुके संक्रमित
देशभर में फ्रंटलाइन वारियर्स का सबसे पहले टीकाकरण शुरू किया गया था। सेक्टर 26 पुलिस लाइन में चंडीगढ़ पुलिस विभाग के अधिकारियों और मुलाजिमों का टीकाकरण करवाया गया है। इस प्रक्रिया की शुरुआत डीजीपी संजय बेनीवाल ने पहली डोज लगवा कर किया था। जिसके बावजूद वह कुछ दिन पहले ही कोरो ना संक्रमित हो गए। फिलहाल, अपने सेक्टर 5 स्थित सरकारी आवास में आइसोलेट है।
दोनों डोज लगवाने के बाद एक होमगार्ड की कोरोना से मौत
टीकाकरण प्रक्रिया के तहत वैक्सीन की दूसरी दोस्त लगवाने के बावजूद एक होमगार्ड वालंटियर संक्रमित हो गया था। पीजीआई में इलाज के दौरान संक्रमित वालंटियर ने दम तोड़ दिया। चंडीगढ़ पुलिस विभाग में कोरोना वायरस से पहली मौत थी।
डीजीपी, एसपी सिटी समेत 210 पुलिसकर्मी हुए थे संक्रमित
24 मार्च को शहर में कर्फ्यू के दौरान पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसमें एसपी सिटी विनीत कुमार, डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल, इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह समेत कुल 210 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो गए थे। अब तक डीजीपी को छोड़कर सभी मुलाजिम कोरो ना को हराकर ठीक हो चुके हैं।
पुलिस मुख्यालय से लेकर थाना तक सील
कोरोना के इस प्रकोप से शहर के थाने, पुलिस चौकी, अपराध शाखा, सेक्टर-26 पुलिस लाइन, पुलिस बीट बॉक्स समेत अन्य विंग भी सुरक्षित नहीं थे। इस वजह से मलोया थाना, सेक्टर-61 पुलिस चौकी, पंजाब विश्वविद्यालय पुलिस बीट बॉक्स व सेक्टर-26 पुलिस लाइन, सेक्टर-9 पुलिस मुख्यालय को सील कर दिया गया। बावजूद इसके पुलिसकर्मी आए दिन कोरोना संक्रमित होते रहे।