चंडीगढ़ कांग्रेस ने बदला अपना एक्शन प्लान, अब इन मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ किया जाएगा प्रदर्शन
चंडीगढ़ कांग्रेस ने भाजपा शासित नगर निगम को हर उस मुद्दे पर घेरने का प्लान बनाया है जो लोगों से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस पहले पानी के बढ़े दाम के खिलाफ भाजपा का घेराव कर रही है लेकिन अब कांग्रेस ने अपना प्लान चेंज किया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में पानी के बढ़े हुए रेट को कम करने का प्रस्ताव नगर निगम ने पास कर दिया है। लेकिन प्रशासन की मंजूरी के बाद ही रिवाइज रेट लागू होंगे। इससे पहले इस मुद्दे पर चंडीगढ़ भाजपा को घेरने वाली कांग्रेस पार्टी ने भी अपना एक्शन प्लान बदल लिया है। चंडीगढ़ कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ इस मुद्दे पर प्रदर्शन न करने का फैसला लिया है, लेकिन कांग्रेस अब दूसरे मुद्दों पर भाजपा को घेरना चाहती है। इसलिए कांग्रेस ने रविवार को महंगाई के अलावा वार्ड की समस्याओं पर भाजपा के खिलाफ सेक्टर-7 में प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
इस प्रदर्शन में चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला खुद मौजूद होंगे। इस प्रदर्शन का आयोजन कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की की ओर से किया जा रहा है। लक्की का दावा है कि यह अनोखे तरह का प्रदर्शन होगा। मालूम हो कि सेक्टर-7 के एरिया से ही पिछला नगर निगम चुनाव लक्की ने लड़ा था। वर्तमान में इस वार्ड के पार्षद महेश इंद्र सिद्धू ही नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। लक्की का कहना है कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की ओर से यह प्रदर्शन किया जा रहा है। सेक्टर-7 के सीआरबी स्कूल के सामने भाजपा शासित नगर निगम के खिलाफ रविवार दोपहर 12 बजे प्रदर्शन किया जाएगा।
पिछले रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बापूधाम कॉलोनी में वार्ड की समस्याओं को लेकर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की का कहना है कि भाजपा शासित नगर निगम ने अपने वादे को तोड़ा है और लोगों को सुविधा प्रदान करने की जगह इसके विपरीत वे आम आदमी को परेशान किया जा रहा है। शहर में सड़कों की स्थिति बहुत खराब है, उन्होंने सड़कों को तुरंत ठीक करने की मांग की और ऐसा करने में असफल साबित होने पर चंडीगढ़ भाजपा को शहर के लोग नहीं भूलेंगे और उन्हें इस साल दिसंबर में होने वाले नगर निगम चुनावों में हराकर सबक सिखाएंगे। उन्होंने निवासियों को आश्वासन दिया कि एक बार कांग्रेस नगर निगम चंडीगढ़ में सत्ता में आएगी तो शहर की सभी सड़कों को ठीक किया जाएगा और पानी के रेट जो बढ़े हैं उस फैसले को खारिज करके पुराने रेट लागू किए जाएंगे।